कल डेलीहंट लेकर आएगा बिहार चुनाव नतीजों पर व्यापक कवरेज
नई दिल्ली- बिहार में अबकी बार किसकी सरकार बनेगी इस राज पर से मंगलवार यानि 10 नवंबर को पर्दा उठने जा रहा है। तीसरे दौर की वोटिंग के साथ ही राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों की सियासी किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है। वैसे तो हर चुनाव के खास मायने होते हैं। लेकिन, बिहार में जहां इस बार मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे अपना आखिरी चुनाव घोषित किया है तो लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को लेकर राजद गठबंधन को भी काफी उम्मीदें हैं। वहीं इस चुनाव से पूर्व केंद्रीय मंत्री और कद्दावर दलित नेता रहे रामविलास पासवान के सांसद बेटे चिराग पासवान का राजनीतिक भविष्य भी काफी हद तक साफ होने की उम्मीद है। वैसे भाजपा-विरोधी पार्टियों ने भी प्रचार अभियान के दौरान इस बार के चुनाव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रेफरेंडम नहीं माना है, लेकिन फिर भी यहां से आने वाले परिणाम का किसी ना किसी रूप में केंद्र में सत्ताधारी गठबंधन के समीकरण पर भी असर पड़ने की पूरी संभावना है।
कहा जा रहा है कि इस बार के बिहार चुनाव में मतदाताओं के मन में जाति के मुकाबले विकास, रोजगार, प्रवासी मजदूर, स्वास्थ्य जैसे मुद्दे ज्यादा हावी रहे हैं। तमाम एग्जिट पोल भी यही बता रहे हैं कि इस बार रोजगार के मुद्दे सबपर हावी रहे हैं और तेजस्वी यादव की अगुवाई वाला महागठबंधन भारी बहुमत से एनडीए सरकार की सत्ता पलटने जा रहा है। वैसे चुनाव नतीजों से यह भी साफ जाएगा कि क्या सही में बिहार की सोच बदल रही है या फिर ये सारे एग्जिट पोल के अनुमान डिबेट शो तक ही सीमित होकर रह गए हैं। वैसे जहां तक राजनीतिक दलों का सवाल है तो जाति के मसले पर सबकी कथनी और करनी में अंतर स्पष्ट दिखी है। अलबत्ता लंदन से पढ़कर बिहार बदलने का दावा करने वाली प्लुरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी ने इस दिशा में गंभीर कोशिश करने का दावा जरूर किया है। चुनाव नतीजों से यह भी पता चलेगा कि बिहार के मतदाताओं ने उनके विचारों को किस हद तक सम्मान दिया है।
डेलीहंट का चुनाव कवरेज क्यों होता है खास?
डेलीहंट में चुनाव परिणामों के कवरेज में हम इन सभी बातों को व्यापक तौर पर शामिल करने की कोशिश करेंगे। हम मंगलवार को आपको सिर्फ हार-जीत के नतीजे ही नहीं दिखाएंगे, उन नतीजों का महत्त्व, पिछले चुनाव परिणामों से उनका तुलनात्मक विश्लेषण, वोटिंग पैटर्न, इसका प्रदेश और देश की राजनीति पर पड़ने वाले असर सब विषयों को शामिल करेंगे। यहां पर आपको एक ही जगह पर टेबल फॉरमेट में चुनाव के सबसे तेज और सटीक नतीजे तो मिलेंगे ही, साथ ही साथ इन नतीजों से जुड़े हर ताजा-तरीन अपडेट्स भी बताते रहेंगे। हमारे साथ बिहार और देश की राजनीति की गहरी समझ रखने वाले विशेषज्ञों का पैनल होगा, जो साथ के साथ भविष्य में राजनीतिक बदलाव की संभावनाओं को अपने अनुभव की कसौटी पर कसकर आपके सामने वहां की एक समग्र राजनीतिक तस्वीर पेश करने का प्रयास करेंगे।