कृषि बिल से जुड़ा RTI रद्द करने पर गुस्साए चिदंबरम, बोले- गतिरोध खत्म करने को सरकार पहले गलती स्वीकार करे
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि कृषि कानूनों को लेकर चल रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए सरकार पहले अपनी 'गलती' स्वीकार करनी चाहिए और फिर नए सिरे से बातचीत शुरू करनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, 'जैसा कि उम्मीद थी, किसानों और सरकार के बीच वार्ता का एक और दौर विफल रहा है। दोष सरकार का है क्योंकि वह विवादित कानूनों से छुटकारा पाने के लिए सहमत नहीं होगी।' पूर्व वित्त मंत्री ने दावा किया, 'आरटीआई आवेदनों से मिली जानकारी ने सरकार के झूठ को बेनकाब कर दिया कि कृषि अध्यादेशों को जारी करने से पहले व्यापक विचार-विमर्श किया गया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "इस कारण का हवाला देते हुए, रिपोर्ट की एक प्रति के लिए अंजलि भारद्वाज के RTI अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया है! ऐलिस ने कहा होगा "जिज्ञासु और जिज्ञासु". मैं अंजलि भारद्वाज को उनके तप और जानकारी हासिल करने की कोशिश को सलाम करता हूं।" कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम कृषि कानूनों को लेकर पहले भी सरकार पर कई बार हमला बोल चुके हैं।
उन्होंने शनिवार को कहा, "RTI के जवाबों ने सरकार के झूठे दावों को उजागर किया है कि "फार्म कानून अध्यादेशों की घोषणा से पहले व्यापक विचार-विमर्श किया गया था"। सच्चाई यह है कि किसी से भी सलाह नहीं ली गई थी। विशेष रूप से, राज्य सरकारों से परामर्श नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि गतिरोध से बाहर निकलने का एकमात्र तरीका सरकार को अपनी गलती स्वीकार करना और नए सिरे से बात शुरू करने के लिए सहमत होना है।
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