
'बेघर होने से अच्छा तो मर जाएं', मकान तोड़ने आया बुलडोजर तो दंपति ने खुद को किया आग के हवाले, इस तरह बची जान
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में महानगर पालिका का बुलडोजर चल रहा है। बीबीएमपी (ब्रुहाट बेंगलुरु महानगर पालिक का बुलडोजर जब शहर के उत्तरपूर्वी हिस्से में केआर पुरम के एसआर लेआउट में तोड़फोड़ करते पहुंचा तो एक दंपति उसके सामने खड़ा हो गया। उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अगर उनके घर को तोड़ा गया तो वह खुद को आग लगा लेंगे। इसके बाद वहां काफी लोग जमा हो गए। उन्हें किसी तरह से बचाया गया।

नगर निगम का चल रहा बुलडोजर
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, बुलडोजर के सामने सोना सेन और उनके पति सुनील सिंह खड़े हो गए। अपने मकान के दीवार से चिपके हुए उन्होंने खुद को आग लगने की धमकी देने लगे। चिल्लाते हुए कहा कि वे खुद को आग लगा लेंगे। उनमें से एक के पास पेट्रोल से भरी बोतल थी।

पूरे शरीर पर छिड़क लिया पेट्रोल
उन्होंने अपने बदन पर पेट्रोल उड़ेल भी ली। सुनील सिंह ने अपनी पत्नी से माचिस सुलगाने की बात कहने लगे। बारबार कहने पर उनकी पत्नी ने माचिस लगा भी दी। मौके पर पुलिस और स्थानीय लोगों ने किसी तरह उनसे माचिस छीनकर फेंका।

लोगों ने पानी की बौछार कर बचाई जान
हालांकि आग तबतक लग गई थी। लोगों ने ताबतोड़ पानी की बौछार कर आग बुझा दिया। लोगों ने उसकी पत्नी को दीवार के सहारे ऊपर खींच लिया। लोगों की मुस्तैदी और सतर्कता से दंपति की जान बच गई। थोड़ी भी देर होती तो दोनों खुद को आग के हवाले कर लेते।

दंपति ने प्रशासन पर बेघर करने का लगाया आरोप
इसके बाद लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों से बुलडोजर न चलाने की अपील की। दंपति ने प्रशासन पर उन्हें बेघर करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उनके पास वैध दस्तावेज है। वे साबित कर सकते हैं कि उनका घर अवैध नहीं है। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने दावा किया कि दंपति का घर उस इलाके के छह घरों में से एक है, जो पानी के नाले पर बनाया गया है।

पिछले महीने बारिश से हुआ था बुरा हाल
पिछले महीने भारी बारिश के बाद बेंगलुरू की स्थिति को देखते वर्षा जल निकासी को अवरुद्ध करने वाली संरचनाओं को हटाया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम का बुलडोजर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर रहा है। बारिश का पानी रुके न इसके लिए सरकार नाले पर बने अवैध निर्माण को हटा रही है।
यह भी पढ़ें- VIDEO: मौत के 30 साल बाद रीति-रिवाज से हुई दूल्हा-दुल्हन की अनोखी शादी, जानें क्या है प्रेथा कल्याणम परंपरा