राकेश टिकैत बोले- गांवों में घर-घर पहुंच चुका कोरोना, ना टेस्ट हो रहे ना दवा मिल रही
नई दिल्ली, 13 मई: किसान नेता राकेश टिकैत ने कोरोना के लगातार बढ़ने की बात कहते हुए सरकार से गावों की ओर ध्यान देने को कहा है। केंद्र के नई कृषि कानूनों के खिलाफ बीते कई महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि गांव में घर-घर में बीमार लोग हैं लेकिन देखने वाला कोई नहीं। गांवों को सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है।
Recommended Video
राकेश टिकैत ने ट्विटर पर लिखा है- ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के कहर से हाहाकार मचा है। डॉक्टर, दवाई, टेस्टिंग उपलब्ध नहीं है। जनप्रतिनिधि घरों में आइसोलेटेड है। कुछ तो करो सरकार, घर घर में है बीमार। टिकैत ने कहा है नेता गायब हैं, ऐसे में किसान यूनियन के लोग मदद के लिए आगे आएं।
देश में कोरोना वायरस इस समय काफी ज्यादा फैला हुआ है। एक तरफ कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है तो दूसरी ओर स्वास्थ्य सेवाएं दम तोड़ रही हैं। मरीजों को अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है, या फिर बहुत ज्यादा पैसा लोगों से लिया जा रहा है। इसको लेकर राकेश कई बार ट्विटर पर लिख चुके हैं।
महाराष्ट्र में लॉकडाउन 1 जून तक बढ़ा, राज्य में एंट्री के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट जरूरी
देश के कई हिस्सों में किसान केंद्र सरकार के नए कानूनों के विरोध में धरने पर हैं। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ छह महीने से ज्यादा समय से किसानों का आंदोलन चल रहा है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का नेतृत्व राकेश टिकैत कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए ज्यादा भीड़ के बजाय शिफ्टों में किसान बुलाए जा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना की आड़ में धरने समाप्त कराना चाहती हैं लेकिन किसान उठने वाला नहीं है। धरना लगातार चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर किसान भी सभी गाइडलाइन मान रहे है लेकिन अगर इसके बहाने आंदोलन खत्म करने की कोशिश हुई तो लाखों किसान दिल्ली पहुंचेंगे।