Coronavirus: सिर्फ सर्दी-बुखार होगा और 80% लोग खुद से ठीक हो जाएंगे- ICMR के डीजी
नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जतना कर्फ्यू के बाद देश के लोगों से लंबी लड़ाई के लिए तैयार हो जाने का आह्वान किया है। लेकिन इस दौरान इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डीजी बलराम भार्गव ने रविवार को कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बहुत ही राहत भरा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इसकी चपेट में ज्यादातर लोग सिर्फ सर्दी-बुखार ही महसूस करेंगे और वे खुद-ब-खुद इस बीमारी से उबर भी जाएंगे। भार्गव का बयान ऐसे समय में आया है, जब दुनिया भर के वैज्ञानिक बेकाबू हो चुके इस वायरस के संकट को नियंत्रित करने के लिए दिन-रात रिसर्च में जुटे हुए हैं।

'80% लोग खुद से ठीक हो जाएंगे'
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की तादाद में भारी इजाफे के बीच भी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डीजी ने बहुत ही उम्मीदों से भरा हुआ बयान दिया है। बलराम भार्गव के मुताबिक, "इस बीमारी को समझना जरूरी है। 80 फीसदी लोग सिर्फ सर्दी और बुखार जैसा अनुभव करेंगे और वे ठीक हो जाएंगे। 20 फीसदी लोग ही कफ, सर्दी, बुखार का अनुभव करेंगे और उन्हें अस्पताल में दाखिल करवाने की जरूरत पड़ेगी।" इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि अस्पतालों में दाखिल कराए जाने वाले लोगों में से भी सिर्फ 5 फीसदी को सपोर्टिव ट्रीटमेंट देना होगा और कुछ मामलों में नई दवाइयां भी देनी होंगी। बता दें कि भार्गव का ये बयान उस वक्त आया है जब देश में कोरोना पीड़ित लोगों की तादाद सवा तीन सौ के करीब पहुंच चुकी है और 7 लोगों ने इसकी वजह से दम भी तोड़ दिया है। जबकि, दुनियाभर में इसकी चपेट में पौने तीन लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं और 11 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

जिले-जिले,शहर-शहर लॉकडाउन
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस से बचने के लिए कई राज्यों में 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया। इतिहास में पहली बार सभी पैसेंजर, मेल-एक्स्पेर्स ट्रेनें भी 31 तक बंद कर दी गई हैं। केंद्र सरकार ने रविवार से देश के 75 जिलों के लॉकडाउन की सलाह दी है, जबकि कई राज्यों ने उससे भी ज्यादा संख्या में अपने जिलों को पूरी तरह से लॉकडाउन रखने का फैसला किया है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का आवाजाही भी पूरी तरह से प्रतिबंधित की जा चुकी है। कोरोना से लड़ने के लिए पीएम मोदी ने रविवार सुबह 7 बजे से रात के 9 बजे तक जो जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था, उसमें लोगों ने खुद-ब-खुद उम्मीद से भी ज्यादा जनसमर्थन दिया और पूरा भारत इस वायरस के खिलाफ एकजुट नजर आया। यही नहीं रविवार को दिल्ली आईआईटी से भी एक राहत भरी खबर आई कि उसने कोविड-19 वायरस की काफी किफायती टेस्ट की प्रक्रिया ढूंढ़ ली है।

जनता कर्फ्यू लंबी लड़ाई की शुरुआत है- पीएम मोदी
उधर आईसीएमआर के डीजी जो कुछ कह रहे हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे अलग इस बीमारी की गंभीरता पर लोगों का ध्यान खींचा है। पीएम मोदी ने कोरोना से जंग लड़ रहे प्रहरियों के लिए शाम 5 बजे आयोजित ताली और थाली कार्यक्रम के बाद इस संबंध में दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा है, "आज का जनता कर्फ्यू भले ही रात 9 बजे खत्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सेलिब्रेशन शुरू कर दें। इसको सफलता न मानें। यह एक लंबी लड़ाई की शुरुआत है। आज देशवासियों ने बता दिया कि हम सक्षम हैं, निर्णय कर लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एक होकर हरा सकते हैं।" दूसरे ट्वीट में उन्होंने लोगों को आगे की लंबी लड़ाई के लिए सजग रहने का आह्वान किया है। पीएम ने लिखा है, "केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का जरूर पालन करें। जिन जिलों और राज्यों में लॉकडाउन की घोषणा हुई है, वहां घरों से बिल्कुल बाहर न निकलें। इसके अलावा बाकी हिस्सों में भी जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घरों से बाहर न निकलें। "
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