उमर अब्दुल्ला के दादा-परदादा भी हिंदू थे बाद में मुस्लिम बन गये: विनय कटियार
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। ताजनगरी आगरा में 300 मुसलमानों का धर्मांतरण कर उन्हें हिंदू बनाए जाने के मामले पर गुरुवार को भी सड़क से लेकर संसद तक हंगामा जारी है। इस मामले में कई राजनीतिक दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया भी जाहिर की है। इस बीच भाजपा नेता विनय कटियार ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर निशाना साधा है। कटियार ने कहा है कि उनके (उमर अब्दुल्लाह) दादा-दादी भी हिंदू थे जिन्होंने बाद में इस्लाम धर्म कबूल कर लिया।
आपको बताते चलें कि धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर उमर अब्दुल्ला द्वारा भाजपा पर साधे गए निशाने के बाद कटियार का यह बयान आया है। वहीं इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि मैं पहले ही बोल चुकी हूं कि यह एक गंभीर मुद्दा है। भाजपा और उसके साथी संगठन सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि यूपी के आगरा में आरएसएस से जुड़ी संस्थाओं ने 37 मुस्लिम परिवारों के करीब 100 लोगों का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें हिंदू बना दिया था। इन संस्थाओं से जुड़े लोगों का दावा है कि करीब 20-25 साल पहले वे लोग हिंदू थे जिन्होंने बाद में इस्लाम कबूल लिया। वहीं इसके बाद धर्म बदलने वाले कुछ परिवारों ने उन्हें लालच देने का आरोप लगाया है।
धर्मातरण के मुद्दे पर लोकसभा में हंगामा
लोकसभा में गुरुवार की कार्यवाही के दौरान कथित धर्मातरण के मुद्दे पर हंगामा बरकरार है। लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने प्रश्नकाल के स्थगन और आगरा में हुए कथित धर्मातरण' के मुद्दे पर चर्चा की मांग की। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्य अध्यक्ष की आसंदी के नजदीक जमा हो गए और सभी एकसाथ 'मोदी सरकार होश में आओ' और 'हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई' के नारे लगाने लगे।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से मुद्दे पर चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि आपके पास प्रश्नकाल को स्थगित करने का पूरा अधिकार है। सरकार चर्चा के लिए तैयार है कृपया इसकी अनुमति दें। इधर, समाजवादी पार्टी (सपा) नेता मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्यथा, दंगे हो सकते हैं। आगरा में करीब 300 मुसलमानों के कथित धर्मातरण का मुद्दा बुधवार को भी संसद में गूंजा। विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे को दोनों सदनों में उठाया।