जाधव परिवार के साथ सलूक पर मनीष तिवारी ने मोदी सरकार से पूछा बड़ा सवाल
नई दिल्ली। पाकिस्ता में कुलभूषण जाधव परिवार के साथ जिस तरह से बदसलूकी की गई है, उसपर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमे पाकिस्तान के विश्वासघात की हमे पहले से ही जानकारी थी, ऐसे में भारत सरकार ने कुलभूषण जाधव की उनके परिवार के साथ मुलाकात के लिए द्वीपक्षीय समझौते की बजाए इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, रेड क्रॉस या यूएन की किसी संस्था की मदद क्यों नहीं ली।
आखिर क्यों नहीं शामिल किया अंतरराष्ट्रीय संस्था को
मनीष तिवारी ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पाक में जाधव परिवार के साथ जो सलूक हुआ उसकी जितनी आलोचना और भर्त्सना की जाए कम है, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने दो सवाल भी सरकार के सामने रखे, उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच इस मुलाकात को लेकर क्या मूल शर्तें तय की गई थीं और पाकिस्तान की दगाबाजी से हम पहले ही वाकिफ थे, ऐसे में क्यों अतंरराष्ट्रीय संगठन को इसमे शामिल नहीं किया गया।
मोईली ने बताया था कूटनीतिक विफलता
इससे पहले भी कांग्रेस ने कुलभूषण जाधव के परिवार की उनसे मुलाकात को देश की कूटनीतिक विफलता करार दिया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोईली ने कहा था कि जिस तरह से जाधव के परिवार के साथ व्यवहार किया गया वह अमानवीय था, विदेश मंत्रालय को प्रोटोकॉल का ध्यान रखना चाहिए था, यह विदेश मंत्रालय की कूटनीतिक विफलता है। उन्होंने कहा कि जाधव की माता व पत्नी की यात्रा से पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज या प्रधानमंत्री मोदी को पाकिस्तान में उनके समकक्षों से बात करनी चाहिए थी।
उतरवायी गई थी चूड़ी, बिंदी, मंगलसूत्र
गौरतलब है कि 25 दिसंबर को कुलभूषण जाधव की पत्नी और माता उनसे मुलाकात करने के लिए पहुंचीं थी, जहां उनकी चूड़ी, मंगलसूत्र और बिंदी को उतरवा दिया गया था। यही नहीं जाधव की पत्नी के जूते भी उतरवा लिए गए थे। वहीं पाक की मीडिया ने जाधव की मां और पत्नी के बारे में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया जिसपर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद के दोनों सदनों में बयान देते समय में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसकी आलोचना की थी।
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