मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस बना रही है सीक्रेट प्लान
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में अभी कुछ वक्त बचा हुआ है। आखिरी चरण के मतदान के बाद 16 मई को देश अपना फैसला सुना देगा। इस बीच चुनाव नतीजों की तारीख नजदीक आता देख कांग्रेस को अपनी हार का डर सताने लगा है। उन्हें अहसास हो गया है इस बार उनके हाथों से सत्ता निकले वाली है। ऐसे में अब वो खुद की सीट बचाने के बजाए भारतीय जनता पार्टी के पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी को सत्ता से बाहर रखने का प्लान तैयार करने लगे है। कांग्रेस के भीतर इसे लेकर मंथन शुरू हो गया है। कांग्रेस मोदी को रोकने के लिए क्षेत्रय पार्टियों का सहारा लेने की तैयारी कर रही है।
मोदी को रोकने के लिए मंथन जारी
कांग्रेस जानती है कि वो इस बार सत्ता में नहीं आ पाएंगी । ऐसे में अब मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस ने सीक्रेट प्लान बनाना शुरु कर दिया है।
मोदी की लहर को रोकेगें गांधी
कांग्रेस के भीतर व्यापक यूपीए-3 के निर्माण लिए नए सहयोगियों की तलाश पर भी विचार चल रहा है। कांग्रेस समझ चुकी है कि वो इस बार अपने दम पर सत्ता में नहीं आ पाएंगी। इसलिए अब वो नए सहयोगियों की तलाश कर रही है।
नए सहयोगियों की तलाश
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि चुनाव बाद की परिस्थितियों को लेकर सारे विकल्प खुले हुए हैं। यह सब हमारे और भाजपा के बीच सीटों के आंकड़े के अंतर पर निर्भर करता है।
जोड़-तोड़ की सरकार
एक राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते कांग्रेस राष्ट्रहित में एक स्थिर सरकार देने की अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेगी और वह समान विचारधाराओं वाली पार्टियों के साथ इसी दिशा में काम करेगी।
सीटों के बाद फैसला
कांग्रेस मोदी को रोकने के लिए क्षेत्रिय पार्टियों से मदद मांग सकती है। सारे बाती इस पर निर्भर करेंगी कि क्षेत्रीय पार्टियों को कितनी सीटें आती हैं और इनमें से कौन कौन सी पार्टी मोदी से हाथ नहीं मिलाएंगी। उन्होंने कहा कि नेतृत्व के मसले पर बाद में विचार होगा।
पर्याप्त संख्या नहीं आई तो मेल-जोल की सरकार
कांग्रेस को मोदी को सत्ता से दूर रखने और केंद्र में बननी वाली सरकार की मजबूती और स्थिरता के लिए छोटी पार्टियोम का सहारा लेना होगा। नाम न बताने की शर्त पर कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि यह सही नहीं होगा कि 20 सांसदों वाली पार्टी का नेता 100 प्लस सांसदों की पार्टी का नेतृत्व करें।