कांग्रेस नेता ने अपनी ही पार्टी के बहिष्कार पर कहा- तो क्या संसद का पाकिस्तान के पीएम उद्घाटन करेंगे?
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने अपनी कांग्रेस पार्टी के ही बहिष्कार पर सवालिया निशान लगा दिया है। उन्होंने कहा कि देश की संसद है वो किसी पार्टी की संसद नहीं है। पार्टियों को बहिष्कार वापस लेना चाहिए ।
देश की नई संसद के उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को करने वाले हैं। पीएम मोदी इसका उद्धघाटन कर रहे हैं, इसकार कांग्रेस समेत अन्य कई पार्टियों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा की है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों ने इसे मुद्दा बनाते हुए नए संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से करवाए जाने की मांग की है।
तो
क्या
पाकिस्तान
का
प्रधानमंत्री
इसका
उद्धघाटन
करेगा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बाद ये मुद्दा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उठाया था। वहीं अब कांग्रेस के ही नेताकांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने विपक्षी पार्टियों द्वारा किए जा रहे बहिष्कार को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि देश की नई संसद का उद्घाटन क्या भारत का प्रधानमंत्री नहीं करेगा तो क्या पाकिस्तान का प्रधानमंत्री इसका उद्धघाटन करेगा।
विपक्ष को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए
आचार्य प्रमोद ने कहा कि भारतीय संसद के उद्घाटन पर विपक्ष के बहिष्कार का को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर भारत की संसद का उद्घाटन भारत के पीएम नहीं करेंगे तो क्या पाकिस्तान के पीएम करेंगे? हमें मोदी की नीतियों के विरोध करने का अधिकार है लेकिन देश का विरोध करना सही नहीं है। मैं विपक्ष से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील करता हूं।
ये देश की संसद है किसी पार्टी की संसद नहीं है
कांग्रेस नेता ने कहा कि ये देश की संसद है किसी पार्टी की संसद नहीं है। संसद राष्ट्रपति भवन ये इस तरह की इमारतें हैं ये किसी पार्टी की नही देश की होती है। भारत की संसद को विपक्ष कृपया भााजपा की संसद ना करे। उन्होंने कहा मैं सभी विपक्षी पार्टियां ओवैसी के रास्ते पर मत चले।
मोदी का विरोध करें देश की जनता की भावनाओं का विरोध ना करें
संसद भारत की धरोहर है भाजपा की धरोहर नहीं है। हमे जनमानस की भावनाओं का विरोध करने का काई अधिकार नहीं है। विपक्षी पार्टी से कहूंंगा कि मोदी का विरोध करें देश की जनता की भावनाओं का विरोध ना करें।
ये दो पार्टियां करेंगी समारोह में शिरकत
बता दें बीजू जनता दल और वाईएसआरसीपी दोनों ने बुधवार को उद्घाटन समारोह में भाग लेने के अपने फैसले की घोषणा की है।
बीजद प्रवक्ता लेनिन मोहंती द्वारा जारी एक पत्र में, उद्घाटन समारोह में पार्टी के सांसदों की भागीदारी की घोषणा करते हुए, पार्टी ने कहा कि उसका मानना है कि लोकतंत्र के प्रतीक के रूप में संसद राजनीति से ऊपर है, और उसके अधिकार और कद की हमेशा रक्षा की जानी चाहिए।
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बीजेडी का मानना है कि इन संवैधानिक संस्थानों को किसी भी मुद्दे से ऊपर होना चाहिए जो उनकी पवित्रता और सम्मान को प्रभावित कर सकता है। इस तरह के मुद्दों पर हमेशा सदन में चर्चा की जा सकती है।' वर्तमान में, पार्टी के लोकसभा में 12 और राज्यसभा में आठ सांसद हैं।
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