EPF घटाए जाने पर कांग्रेस बोली-रिकॉर्ड जीत का बीजेपी ने दिया रिटर्न गिफ्ट
नई दिल्ली, 12 मार्च: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने शनिवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भविष्य निधि (ईपीएफ) जमा पर ब्याज दर को 8.5 से घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया। कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस ने कहा कि, पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में रिकॉर्ड जीत हासिल करने के बाद बीजेपी सरकार का लोगों के लिए एक "रिटर्न गिफ्ट" है।
कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार को सत्तारूढ़ दल पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया कि, देश के 84% लोगों की आमदनी घट चुकी है. क्या चुनावी जीत के आधार पर करोड़ों कर्मचारियों की बचत पर धावा बोलना सही है? ईपीएफओ ने पीएफ जमा पर मिलने वाली ब्याज़ दरों में कटौती करते हुए इसे दस साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा दिया है। क्या यही भाजपा की जीत का "रिटर्न गिफ़्ट" है'?
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस फैसले पर ट्वीट करते हुए कहा है कि, 'EPFO पर ब्याज दर घट कर वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए अब 8.1% हो गई है जो 10 साल के सबसे निचले स्तर पर है। पहले बेरोज़गारी, फिर कम आय और महंगाई, अब भविष्यनिधि पर डाका.. वाह मोदी जी।' वहीं आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी सरकार के इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, '2021-22 के लिए ब्याज दर 8.1 फीसदी (10 साल का न्यूनतम स्तर) हो गई है। महंगाई के दौर में वेतनभोगियों के लिए करारा झटका।'
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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) नेशनिवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भविष्य निधि (ईपीएफ) जमा पर ब्याज दर को घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया है। यह पिछले 40 सालों में ईपीएफओ खाते पर मिलने वाली सबसे कम ब्याज दर है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टीज (सीबीटी) ने मार्च 2021 में ईपीएफ खातों पर 8.5 प्रतिशत की ब्याज दर पर सहमति जताई थी। यह दर वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए लागू होनी थी।