कॉलोनी में अंबेडकर की मूर्ति लगाने पर अड़े दलित, ओबीसी बोले- यहां गणेश की प्रतिमा लगेगी
नई दिल्ली। तेलंगाना के जडचेरला में दलितों और पिछले वर्ग के लोगों के बीच अंबेडकर का पुतला लगाने को लेकर विवाद हो गया है। दो समुदाय के बीच के लोगों हुए विवाद के चलते इलाके में तनाव फैल गया। दलित समुदाय अंबेडकर की मूर्ति लगाने पर अड़ा हुआ है। तो वहीं, पिछड़ी जाति के लोगों का कहना है कि अंबेडकर की मूर्ति लगाने से गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश की प्रतिमा लगाने में दिक्कत पेश आएगी।
मूर्ति लगाने से दूषित हो जाएगी कॉलोनी
महबूबनगर जिले के जड़चेरला शहर के अंबेडकर नगर इलाके में दलितों का एक समहू अंबेडकर का पुतला स्थापित करने जा रहा था लेकिन उसी इलाके में रहने वाले पिछड़े समुदाय के लोगों ने इस पर आपत्ति जाहिर की। ओबीसी समुदाय (गौड़) के लोगों को कहना है कि पुतले के लगने से कॉलोनी दूषित हो जाएगी। दलितों ने 24 जनवरी को आरडीओ (रुरल डिवीजनल ऑफिसर) और पुलिस कमिश्नर से मूर्ति लगाने की अनुमति ली थी।
दलित समुदाय के 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
न्यूज मिनट के मुताबिक, अंबेडकर की मूर्ति के अनावरण के लिए बाकायदा स्वास्थ्य मंत्री सी. लक्ष्मा रेड्डी को निमंत्रण भी भेजा गया था। इसे देखते हुए दलित समुदाय 3 फरवरी को अंबेडकर की मूर्ति भी ले आए थे। हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने उसी दिन दलित समुदाय के 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों के लोग अपना बर्चस्व दिखाने की कोशिश में लगे थे।
गणेश की प्रतिमा लगाने में होगी दिक्कत
दलित नेता कुरुमूर्ति के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हम लोग एक साल से भी ज्यादा समय से अंबेडकर की मूर्ति लगाने की कोशिश में जुटे हैं। हमने इसके लिए पैसा जुटाया और स्थानीय प्रशासन से इसकी अनुमति मांगी थी। कुरुमूर्ति ने गौड़ समुदाय पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से साठगांठ करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि गौड़ समुदाय पहले इसके चलते गणेश की प्रतिमा लगाने में दिक्कत आने की बात कही थी। अब यहां पर भारत माता की प्रतिमा लगाने की बात कर रहे हैं। यह इस तरह का पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी तेलंगाना में उच्च जाति और दलितों के बीच टकराव की खबरें आती रही हैं।