सुकमा में घायल CPRF कमांडो को बर्थडे वाले दिन मिली नई जिंदगी
नई दिल्ली। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो के इजुंग घायल हो गए थे। लेकिन अब वह पूरी तरह से ठीक हैं और उनकी फोटो को सीआरपीएफ ने ट्वीट किया है। खास बात है कि इजुंग को उनके बर्थडे वाले दिन नया जीवन मिला है। बस्तर के सुकमा में छह अगस्त को सीआरपीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 नक्सलियों को ढेर कर दिया था। इसके ठीक एक दिन बाद ही एक आईईडी ब्लास्ट हुआ था जिसमें सीआरपीएफ के कमांडो घायल हो गए थे। इजुंग सुकमा में तैनात बटालियन में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट तैनात हैं।
आईईडी पर पड़ा कमांडेंट का पैर
आईईडी ब्लास्ट उस समय हुआ जब ट्रूप्स इलाके की सर्च के लिए बाहर थे और कमांडेंट का पैर गलती से आईईडी पर पड़ गया। सीआरपीएफ की ओर से उनकी फोटो को ट्वीट किया गया है। इस ट्वीट में सीआरपीएफ ने लिखा है, 'उनकी आत्मशक्ति ने उन्हें माइनफील्ड में भी लड़ने की ताकत प्रदान की थी। खराब मौसम की वजह से उन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से बाहर नहीं निकाला जा सका। लेकिन जिंदगी आपकी आत्मशक्ति से तय होती है न कि किस्मत से और कोबरा कमांडो के इजुंग ने अपने बर्थडे वाले दिन इस बात को सही साबित कर दिया है।' सुकमा के एसपी अभिषेक मीणा की ओर से बताया गया कि सीआरपीएफ की 201 कमांडो बटालियन रेजोल्यूट एक्शन यानी कोबरा इलाके में गश्त के लिए गई थी। जिस समय टीम वापस लौट रही थी, तभी अस्सिटेंड कमांडेंट के इजुंग ने नक्सलियों की ओर से लगाए गए आईईडी पर पैर रख दिया।
बुरी तरह घायल हो गए थे इजुंग
आईईडी ब्लास्ट में कमांडेंट बुरी तरह से घायल हो गए थे। उनके पेट में काफी चोटें आई थीं और छर्रे अंदर तक घुस गए थे। यह घटना तिमिलगुडा और रायगुडा गांव के बीच हुई और ब्लास्ट के तुरंत बाद कमांडेंट को चिंतालनार स्थित स्थित सीआरपीएफ के अस्पताल ले जाया गया। भारी बारिश की वजह से उन्हें एयरलिफ्ट करके रायपुर नहीं ला जाया सका। नक्सली अक्सर ही कॉम्बिंग में लगे सुरक्षाबलों के जवानों को निशाना बनाने के लिए आईईडी प्लांट करते रहते हैं। ये जवान पैदल होते हैं और जंगलों में कई किलोमीटर तक इन्हें ऐसे ही चलना होता है। ये भी पढ़ें-Video: कैसे मुंबई ने गुरेज के शहीद मेजर कौस्तुभ राणे को फूलों और आंसूओं के साथ दी अंतिम विदाई