नीतीश ने पास किया बहुमत का टेस्ट, ये बन सकते हैं मंत्री
यह तय माना जा रहा है कि कैबिनेट में सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिखेगा। जदयू कोटे से 14-16 के बीच मंत्री बनाए जा सकते हैं जबकि भाजपा, रालोसपा और हम को 14 मंत्री पद देने की बात सामने आ रही है।
नई दिल्ली। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर लिया है। अब सबकी नजरें मंत्रिमंडल विस्तार पर है। नीतीश कुमार के लिए अपने मंत्रिमंडल के विस्तार इतना आसान नहीं होगा क्योंकि जेडीयू और बीजेपी दोनों दलों में बहुत ऐसे नेता हैं, जिन्होंने मंत्री बनने के सपने पाल रखे हैं। यह तय माना जा रहा है कि कैबिनेट में सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिखेगा। जदयू कोटे से 14-16 के बीच मंत्री बनाए जा सकते हैं जबकि भाजपा, रालोसपा और हम को 14 मंत्री पद देने की बात सामने आ रही है। राजनीतिक स्थिति को देखते हुए कुछ पद खाली रखने का भी प्लान नीतीश कुमार ने किया है।
जदयू से ये बन सकते हैं मंत्री
जदयू से विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, राजीव रंजन, जय कुमार सिंह, पीके शाही, नरेंद्र नारायण, शशिभूषण हजारी, रणवीर नंदन, लेसी सिंह, रंजू गीता और मदन सहनी को मंत्री पद मिलने की संभावना है।
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बीजेपी कोटे से इनको मंत्री बनाया जा सकता है
वहीं बीजेपी से प्रेमकुमार, नंदकिशोर यादव, अवधेश नारायण, विनोद नारायण, मंगल पांडे, राम नारायण मंडल, अरुण सिन्हा, नितिन नवीन, व्यास देव, सुरेश शर्मा, रजनीश सिंह, अनिल कुमार, नीरज सिंह बबलू, गायत्री देवी, ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू मंत्री बन सकते हैं।
जीतनराम मांझी को मिल सकता है मंत्री पद
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से जीतनराम मांझी को मंत्री बनाया जा सकता है वहीं रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी से राजू तिवारी को मंत्री बनाए जाने की बात सामने आ रही है।आपको बता दें कि बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की सरकार के शपथ ग्रहण में केवल सीएम और डिप्टी सीएम ने ही शपथ ली है। अभी ये तय नहीं हुआ है कि राज्य में कौन-कौन से मंत्री बनेंगे?