JNU हिंसा का विरोध कर रहे जादवपुर विवि के छात्रों की पुलिस से भिड़त
कोलकाता। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार रात हुई छात्र हिंसा के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। इस बीच जेएनयू हिंसा के विरोध में कोलकाता में सुलेखा मोड़ के पास जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों और पुलिस के बीच झड़प होने की खबर सामने आई है। जिसके बाद पुलिस ने छात्रों को काबू करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।
जेएनयू हिंसा के विरोध में जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने कोलकाता में सोमवार को विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था। इस दौरान बीजेपी की रैली भी निकल रही थी। जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों की रैली और बीजेपी की रैली आमने-सामने आ गई। दोनों पक्षों में भिड़ंत हुई और इस दौरान पत्थरबाजी की गई, पुलिस के बैरिकेड भी तोड़े गए। इस दौरान स्थिति बेहद तनावपूर्ण बन गई। पुलिस ने हालात को संभालने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया।
#WATCH West Bengal: Police lathicharge on Jadavpur University students, near Sulekha Mor in Kolkata, during protest against JNU violence. pic.twitter.com/mJKV2D3gXF
— ANI (@ANI) January 6, 2020
दोनों के बीच किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी पुलिसबल तैनात किया गया। इलाके में दोनों ही पार्टियों के समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। जाधवपुर डीसी सुदीप सरकार ने कहा कि, जब हम बीजेपी के कार्यकर्ताओं का पीछा कर रहे थे तभी जाधवपुर यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी भीड़ में शामिल हो गए। हम विद्यार्थियों और कार्यकर्ताओं में फर्क नहीं कर सके जो टायर जला रहे थे। हमने विद्यार्थियों पर लाठीचार्ज नहीं किया।
DC Jadavpur, Sudip Sarkar: While we were chasing BJP workers some Jadavpur University (JU) students entered the mob. We could not differentiate the JU students from BJP workers who were burning tyres. We did not lathicharge JU students. #WestBengal https://t.co/cWsHqtSZ6Q pic.twitter.com/GhKPZildCt
— ANI (@ANI) January 6, 2020
आपको बता दें कि जेएनयू में अप्रत्याशित हिंसा हुई और नकाबपोश लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत कई विद्यार्थियों और अन्य लोगों को घायल कर दिया। वामदलों से जुड़े छात्र संगठनों और आरएसएस समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस हमले के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है।
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