अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में एक बड़ा हस्तक्षेप करने की फिराक में है चीन: व्हाइट हाउस
नई दिल्ली। आगामी 3 नवंबर को अमेरिकी में राष्ट्रपति चुनाव होने है। इस बीच व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने एक बयान जारी करके कहा है कि चीन राजनीतिक रूप से संयुक्त राज्य को प्रभावित करने के लिए सबसे बड़ा कार्यक्रम तैयार किया है। यह अलग बात है कि चीन कई बार अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को अमेरिका का अंदरूनी मामला बताकर पल्ला झाड़ती नजर आई है।
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अमेरिका ने चीन के साथ रूस और ईरान को भी जिम्मेदार ठहराया है
एक प्रेस कांफ्रेंस में बोलते हुए ओ'ब्रायन ने चीन के साथ-साथ रूस और ईरान को भी राजनीतिक रूप से अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि अमेरिकी इंटेलिजेंस कमेटी ने स्पष्ट कर दिया है कि चीन पहला देश है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका को राजनीतिक रूप से प्रभावित करने के लिए सबसे बड़ा कार्यक्रम बनाया है। इसके उन्होंने ईरान और रूस का नाम लेते हुए कहा कि ये तीनों देश अमेरिकी चुनाव को बाधित करना चाहते हैं।
चीन बड़े पैमाने पर साइबर गतिविधियों को अंजाम दे रहा हैः रॉबर्ट ओ'ब्रायन
रॉबर्ट ओ ब्रायन ने आगे कहा कि चीन अमेरिका को निशाना बनाने के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर साइबर गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि उसके खिलाफ वाशिंगटन एक मजबूत जवाबी कार्रवाई कर रहा है और अंततः कामयाब होगा।
चीन चाहता था कि राष्ट्रपति चुनाव 2020 में डोनाल्ड ट्रम्प हार जाएं
गौरतलब है अगस्त की शुरुआत में यूएस नेशनल काउंटर इंटलीजेंस एंड सिक्युरिटी सेंटर डायरेक्टर विलियम इवानिना ने कहा था कि अमेरिकी खुफिया समुदाय के अनुमानों के मुताबिक चीन चाहता था कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हार जाएं, जबकि रूस कथित तौर पर डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन को बदनाम काम करना चाह रहा था।
क्रेमलिन से जुड़े कलाकार ट्रंप की उम्मीदवारी का समर्थन करना चाहते हैं
इवानिना ने आरोपों को बिना सबूत दिए कहा कि क्रेमलिन से जुड़े कलाकार सोशल मीडिया पर और रूसी टेलीविजन पर ट्रंप की उम्मीदवारी का समर्थन करना चाहते हैं। इसके अलावा अधिकारी ने यह भी कहा कि चीन के अलावा, ईरान द्वारा भी ट्रंप को दोबारा चुने जाने से रोकने के लिए प्रयास किए जाने की उम्मीद थी।
रूस ने अमेरिकी राजनीतिक प्रणाली में शामिल होने से इनकार किया
हालांकि रूस ने बार-बार अमेरिकी राजनीतिक प्रणाली में शामिल होने से इनकार किया है। एक बयान में रूस ने कहा कि इस तरह की हरकतें मास्को की विदेश नीति के सिद्धांतों के विपरीत हैं।