जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर फिर से चीन ने की टिप्पणी तो भारत ने दिया करारा जवाब
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान तो बौखलाया ही हुआ है लेकिन, चीन भी भारत के आंतरिक मुद्दे पर बोलने से बाज नहीं आ रहा है। अनुच्छेद 370 के समाप्त हो जाने के बाद आज मध्यरात्री से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जानें जाएंगे। इस पर पाकिस्तान का साथ देने वाले चीन की तरफ से एक बयान जारी किया गया है जिसका भारतीय विदेश मंत्रालय ने करारा जवाब दिया है।
गुरुवार को चीन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के दो हिस्सों में बांटना पूरी तरह गैर कानूनी है। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि, जम्मू-कश्मीर मामले पर भारत पहले ही साफ कर चुका है कि यह उसका आंतरिक मामला है, चीन या किसी अन्य देश को इस मुद्दे पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है, भारत इस मामले को संभाल सकता है हम किसी अन्य देशों से हस्तक्षेप की अपेक्षा नहीं रखते।
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रवीश ने आगे कहा कि, हम विश्व के अन्य देशों से भी भारत की अखंडता और संप्रभुता के सम्मान की उम्मीद करते हैं। चीन ने 1963 में तथाकथित चीन-पाकिस्तान सीमा समझौते के तहत पाक अधिकृत कश्मीर पर भारत के क्षेत्र का अधिग्रहण किया है। जम्मू-कश्मीर और लद्धाख में भी यह सिलसिला जारी है। बता दें कि, मोदी सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। इसके अलावा आज यानी 31 अक्टूबर से लद्दाख और जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेस बन जाएंगे।