कोरोना से रिकवर होने वाली फैमिली के बच्चों में फैलने लगी एक नई बीमारी, महाराष्ट्र में सबसे अधिक केस
मुंबई, मई 21। देश में कोरोना महामारी के बीच कई दूसरी बीमारियों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। एक तरफ कोरोना से रिकवर होने वाले मरीजों में ब्लैग फंगस का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बच्चों के अंदर एक बीमारी का संक्रमए दिखाई देने लगा है। इस संक्रमण के मामले अभी तक महाराष्ट्र से सामने आए हैं। आपको बता दें कि विशेषज्ञों ने पहले ही कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दे दी थी, जो बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित कर सकती है, लेकिन तीसरी लहर के आने से पहले ही महाराष्ट्र में बच्चे 'मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिन्ड्रोम' नामक बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
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2 से 12 साल के बच्चों में दिख रहे हैं इस बीमारी के लक्षण
जानकारी के मुताबिक, ये बीमारी उन बच्चों को शिकार बना रही है, जिनके घरों में कोई कोरोना से रिकवर हुआ है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, इस बीमारी का सबसे ज्यादा असर अभी नागपुर, यवतमाल, वाशिम और बुलढाणा में सबसे अधिक देखने को मिला है। यहां 2 से 12 साल के बच्चे इस बीमारी के चपेट में आ रहे हैं। इस उम्र के 6 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाल रोग विशेषज्ञ और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अध्यक्ष डॉ संजीव जोशी का कहना है कि जिन परिवारों में कोरोना संक्रमण फैला है, उनमें 'कोविड एंटीबॉडी' का निर्माण हो सकता है, जिससे एमआईएस-सी हो सकता है, इसलिए डॉक्टर कहते हैं कि जिन परिवारों के सदस्य कोरोना से रिकवर हुए हैं, उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चों में इस बीमारी के लक्षण नजर नहीं आएं।
बच्चों में इस बीमारी के ये हैं लक्षण
डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों में इस बीमारी के लक्षण कावासाकी बीमारी की तरह ही होती हैं। बच्चों में इस बीमारी के लक्षण बुखार, सूजन, सांस लेने में दिक्कत, पेट में दर्द और त्वचा का नीला पड़ जाने के रूप में आते हैं। परिजनों को ये ध्यान रखना चाहिए कि इन लक्षणों को बिल्कुल नजरअंदाज ना करें, भले ही बच्चे का कोविड टेस्ट नेगेटिव आए। डॉक्टर्स परिजनों को भी यही सलाह देते हैं कि वो कोरोना से रिकवर होने के एक महीने बाद तक सतर्क रहें।