पेगासस मामले पर बोले चिदंबरम- संसद में बयान दें पीएम मोदी, JPC करे पूरे मामले की जांच
नई दिल्ली, 25 जुलाई: पेगासस जासूसी मामले को लेकर देशभर में राजनीति गरमाई हुई है। जिसको लेकर विपक्षी दल लगातार गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी सरकार से पेगासस जासूसी मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से करवाने की मांग की है। चिदंबरम के मुताबिक अगर सरकार ऐसा नहीं करती है, तो उसको सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में एक विशेष जज की नियुक्त करने का निवेदन करना चाहिए। इसके अलावा पीएम मोदी को खुद संसद में बयान देना चाहिए।
पीटीआई को दिए इंटरव्यू में राज्यसभा सांसद चिदंबरम ने कहा उन्हें यकीन नहीं है कि कोई इस हद तक भी जा सकता है। जब 2019 में आम चुनाव हो रहे थे, तो मोदी सरकार लोगों की गैरकानूनी जासूसी करवा रही थी। इसी वजह से पीएम मोदी को दोबारा जीत हासिल करने में मदद मिली। उन्होंने इस जासूसी कांड से देश को कलंकित किया है।
चिदंबरम के मुताबिक वो नहीं चाहते हैं कि सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय समिति इस मामले की जांच करे। इस पर उन्होंने कहा कि भले ही शशि थरूर इस संसदीय समिति के अध्यक्ष हैं, लेकिन उसमें ज्यादातर सदस्य बीजेपी के हैं। ऐसे में निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है। इस वजह से संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की जांच ज्यादा प्रभावी रहेगी। उन्होंने कहा कि जब फ्रांस, इजराइल पेगासस जासूसी मामले की जांच के आदेश दे सकते हैं तो भारत क्यों नहीं?
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सांसद ने कहा कि ये मामला सीधे तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, क्योंकि अगर सरकार कहती है कि उसने निगरानी नहीं की, तो सवाल उठता है कि जासूसी किसने की। क्या भारत की कोई ऐसी एजेंसी है, जो बिना सरकार को बताए पेगासस का इस्तेमाल कर रही है। क्या कोई विदेशी एजेंसी थी, जिसने बड़े लोगों के फोन टैप किए। इन सब सवालों के जवाब के लिए सरकार को जांच करवानी चाहिए।