केंद्र सरकार ने 5 साल में किए दो हजार करोड़ खर्च, लेकिन चिकनगुनिया के केस 230% और डेंगू के 107% बढ़े
नई दिल्लीः देश की राजधानी में डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों ने निजात दिलाने के लिए केन्द्र सरकार पिछले पांच साल में दो हजार करोड़ रुपये खर्च कर चुकी हैं। लेकिन बीमारियों में कोई कमी नहीं आई है। एक आकंड़े के मुताबिक पिछले पांच सालों में दिल्ली में डेंगू के 107 फीसदी ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहीं, चिकनगुनिया के केस भी 230 फीसदी बढ़ें हैं।
कंस्ट्रक्शन के कारण मच्छर ज्यादा पनप रहे हैं
पिछले पांच सालों में दिल्ली में डेंगू से मरने वाले मरीजों की संख्या में 82 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में भी 230 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में कंस्ट्रक्शन बढ़ा है, जिस कारण से मच्छरों से होने वाली बीमारियों में बढ़ोतरी हुई है। कंस्ट्रक्शन के कारण मच्छर ज्यादा पनप रहे हैं।
आईसीएमआर कर रहा है डेंगू वैक्सीन पर काम
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) वैक्सीन और दवा पर काम कर रहा है। आयुष मंत्रालय भी डेंगू से बचाव के लिए दवाई पर काम कर रहा है। इस बारे में आर.के.मनचंदा का कहना है कि होम्योपैथी में ऐसी दवा विकसित कर ली गई है जिसका सेवन करने से डेंगू बीमारी का खतरा कम जाता है।
618 अस्पतालों में है डेंगू और चिकनगुनिया की जांच की सुविधा
एक आंकड़े के मुताबिक देश भर के 618 अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों पर डेंगू और चिकनगुनिया की जांच के साथ-साथ इलाज की सुविधा भी उपलब्ध है। इन सबकी मदद केन्द्र सरकार की ओर से की जाती है। इसके अलावा देशभर में 16 ऐपेक्स रेफरल लैबोरेट्रीज हैं।
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