वर्क प्लेस पर अब कर्मचारियों के अलावा परिवार के सदस्य का भी होगा टीकाकरण
नई दिल्ली, मई 22: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को पत्र लिखकर राज्यों को कहा है कि, अब वर्कप्लेस के वैक्सिनेशन सेंटर में कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों को भी वैक्सीन लगाई जा सकती है। नेशनल हेल्थमिशन के एडिशनल सेक्रेटरी विकास शील ने नोटिफकेशन जारी करके कहा है कि कार्यस्थल चाहे सरकारी हो या निजी हो उनके सभी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को भी वहां वैक्सीन लगाई जा सकती है।
सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि, इंडस्ट्रियल वर्कप्लेस कोविड वैक्सीनेशन सेंटर (सीवीसी) और वर्कप्लेस सीवीसी में होने वाले टीकाकरण में कर्मचारी के परिवार के सदस्य या फिर उसके डिपेंडेंट भी शामिल होंगे। सरकार की ओर से ये भी कहा गया है कि नियोक्ता उन अस्पतालों से ही वैक्सीन खरीदें, जिनके साथ कंपनी का करार किया गया है। सरकार ने देश की कंपनियों और इंडस्ट्रियल यूनिट्स की मांग पर इस फैसले को लिया है। उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सामने ये मुद्दा उठाया था।
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प्राइवेट सेक्टर में भी कर्मचारियों के टीकाकरण की अनुमति मई महीने के टीकाकरण कार्यक्रम में शुमार था। कंपनियों और इंडस्ट्रियल यूनिट्स ने इसकी तैयारी भी कर ली थी, लेकिन बाद में वैक्सीन की कमी के चलते परिवार के सदस्यों के टीकाकरण पर प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि अब देश के वैक्सीनेशन अभियान के लिए ये काफी फायदेमंद साबित होगा। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया है कि कि 18-44 साल की उम्र के लोगों को को सीधे राज्यों की ओर से खरीदी गई वैक्सीन डोज के जरिये कवर किया जा सकता है।
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देश में 16 जनवरी से टीकाकरण हो रहा है। सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाया गया था, जिसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स का नंबर आया है। फिर सरकार ने 60 और फिर 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों की टीकाकरण की अनुमति दी थी। अभी तक 18 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो चुका है। देश में मुख्य तौर पर सीरम की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन उपलब्ध है। वहीं, रूस ने स्पूतनिक-वी की लाखों डोज भी मुहैया करवाई हैं।