प्राइवेट अस्पतालों के 25 फीसदी वैक्सीन के कोटे में कटौती कर सकती है केंद्र सरकार, राज्यों को होगी अधिक सप्लाई
नई दिल्ली, जुलाई 28। देश में 21 जून से कोरोना टीकाकरण अभियान की कमान केंद्र सरकार ने अपने हाथों में ली थी। इस फैसले के बाद मोदी सरकार ने प्राइवेट सेक्टर के लिए वैक्सीन खरीद का कोटा अलग से 25 फीसदी रख दिया था, लेकिन अब लग रहा है कि सरकार इस कोटे को कम कर सकती है।
प्राइवेट सेक्टर के कोटे की वैक्सीन मिलेगी राज्यों को?
न्यूज 18 की खबर के मुताबिक, केंद्र सरकार प्राइवेट अस्पतालों के 25 फीसदी कोटे को कम करने की योजना बना रही है। दरअसल, प्राइवेट अस्पतालों में टीकाकरण की धीमी रफ्तार को देखते हुए सरकार ये फैसला ले सकती है। साथ ही प्राइवेट सेक्टर के वैक्सीन कोटे को राज्य सरकारों को सप्लाई कर सकती है।
अपने कोटे की वैक्सीन नहीं खरीद पा रहे हैं प्राइवेट अस्पताल
आपको बता दें कि टीकाकरण अभियान की कमान केंद्र के हाथों में जाने के बाद भी कई राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों में वैक्सीन की कमी की शिकायत कर रही हैं। वहीं प्राइवेट अस्पताल अपने कोटे की वैक्सीन नहीं खरीद पा रहे हैं। यही वजह है कि सरकार प्राइवेट सेक्टर के कोटे में कटौती की योजना बना रही है। सरकार में वरिष्ठ अधिकारियों ने ये जानकारी दी है।
प्राइवेक्ट सेक्टर को महंगी पड़ रही वैक्सीन?
अधिकारियों ने कहा है कि 21 जून 2021 को लागू हुए 'राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए संशोधित दिशानिर्देशों' की समीक्षा जल्द की जा सकती है। अधिकारियों ने बताया कि प्राइवेट सेक्टर के लिए जो 25 फीसदी वैक्सीन का कोटा रखा है, वो उसे खरीद नहीं पा रहे हैं। बता दें कि निजी अस्पतालों को ये वैक्सीन ऊंची कीमतों पर खरीदनी पड़ती है, जबकि केंद्र सरकार को कोविशील्ड और कोवैक्सीन के डोज के लिए 205 रुपये और 205 रुपये चुकाने पड़ते हैं।
क्यों प्राइवेट अस्पतालों में लोग नहीं लगवा रहे वैक्सीन?
आपको बता दें कि राज्य सरकारें अपने-अपने राज्य में मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम चला रही हैं, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में कोविशील्ड 780 रुपए और कोवैक्सीन की एक डोज के लिए 1410 रुपए चुकाने पड़ते हैं। यही वजह है कि प्राइवेट अस्पतालों में जाने वाले लोगों की संख्या काफी कम है। 21 जून के बाद से ही संशोधित दिशानिर्देशों के बाद निजी अस्पताल प्रति डोज 150 रुपये फीस ले रहे हैं। यह भी उनके निराश होने का एक बड़ा कारण है।
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