Russian Hacker Mikhail Shargin ने 800 से अधिक बच्चों की चीटिंग में मदद की, जेईई-मेन्स 2021 पेपर लीक का मामला
सीबीआई ने कोर्ट को बताया है कि गिरफ्तार रूसी हैकर Mikhail Shargin ने "जेईई-मेन्स 2021" में 820 बच्चों की चीटिंग करने में मदद की। cbi Russian hacker Mikhail Shargin jee mains 2021 paper leak
नई दिल्ली, 04 अक्टूबर : CBI Russian Mikhail Shargin को गिरफ्त में ले चुकी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस हाईप्रोफाइल केस में दिल्ली की अदालत को बताया है कि मिखएल शार्गिन JEE Mains 2021 Paper Leak में संलिप्त रहा है। इसने 800 से अधिक बच्चों को चोरी करने में मदद की।
इंजीनियर बनने के ख्वाब को पलीता !
भारत में इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए लाखों बच्चे हर साल आईआईटी में एडमिशन का ख्वाब देखते हैं। इसके लिए जेईई प्रीलिम्स और मेन्स की परीक्षाएं देनी होती हैं। हालांकि, आईआईटी प्रवेश परीक्षा- JEE Mains 2021 की प्रणाली कथित तौर पर हैक हुई थी, जिसमें सैकड़ों बच्चों पर चीटिंग के आरोप लगे।
800 से अधिक बच्चों को चीटिंग कराई !
JEE Mains 2021 की प्रणाली कथित तौर पर हैक करने वाला रूसी नागरिक मिखाइल शार्गिन सीबीआई की हिरासत में है। Russian hacker Mikhail Shargin ने कथित तौर पर पिछले साल के जेईई-मेन्स, आईआईटी जैसे भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा में ऑनलाइन प्रणाली में हेरफेर करके 820 छात्रों द्वारा धोखाधड़ी में सहायता की। छात्रों की संख्या प्रारंभिक अनुमानों से कहीं अधिक है।
मिखाइल शार्गिन ने सिस्टम हैक किया
सीबीआई ने आज दिल्ली की एक अदालत में मिखाइल शार्गिन पर आरोप लगाए। 25 वर्षीय रूसी हैकर को कोर्ट ने दो दिन की हिरासत में भेज दिया। बता दें कि पिछले सितंबर में आयोजित जेईई मेन्स परीक्षा में 9 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया था। चोरी, धोखाधड़ी और कदाचार रोकने के लिए इस राष्ट्रीय परीक्षा का आयोजन केवल निर्दिष्ट केंद्रों पर नियंत्रित कंप्यूटरों पर ही होता है। सीबीआई जांच में कहा गया है कि मिखाइल शार्गिन ने सिस्टम हैक कर लिया ताकि छात्र अपने सहयोगियों को "रिमोट एक्सेस" दे सकें। हैकिंग के बाद कहीं दूसरी जगह से कंप्यूटर पर प्रश्न पत्र हल किए गए।
आसान भाषा में समझें पूरा मामला
सीधे शब्दों में कहें तो परीक्षा केंद्रों के बाहर "शिक्षक" या "कोच" छात्रों के कंप्यूटर ऑपरेट कर रहे थे। परीक्षा सेंटर पर न होने के बावजूद प्रश्नों को हल कर पा रहे थे। मामले का खुलासा होने के बाद अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शार्गिन सोमवार को कजाकिस्तान से भारत पहुंचे, पुलिस ने धर दबोचा। सीबीआई ने मंगलवार को अदालत में बताया कि Russian hacker Mikhail Shargin जांचकर्ताओं के साथ सहयोग नहीं कर रहा है। "वह एक पेशेवर हैकर है, और उसने इलियन सॉफ्टवेयर में सेंध लगाई।"
कोर्ट से अपील- CBI के साथ आईडी पासवर्ड शेयर करे रूसी हैकर
बता दें कि Russian hacker Mikhail Shargin ने जेईई मेन्स परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले में जिस सॉफ्टवेयर को हैक किया वह विश्व प्रसिद्ध- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने तैयार किया है। सुनवाई के दौरान शार्गिन ने अदालत से कहा कि अगर सीबीआई उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच करना चाहती है तो ऐसा उनकी मौजूदगी में ही होना चाहिए। सीबीआई ने अदालत से मिखाइल शार्गिन को अपना यूजर आईडी पासवर्ड शेयर करने का निर्देश देने की अपील भी की।
परीक्षा की धोखाधड़ी में विदेशी हाथ !
गौरतलब है कि JEE Mains 2021 पेपर लीक मामले में अब तक हुई जांच में कहा गया है कि हरियाणा के सोनीपत में एक परीक्षा केंद्र से "रिमोट एक्सेस" प्रदान किया गया था। शुरुआत में, माना जाता था कि 20 छात्रों ने जेईई मेन्स में धोखाधड़ी और चीटिंग की। परीक्षा देने पर अगले तीन वर्षों के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया। सीबीआई ने मामला दर्ज करने के बाद कई शहरों में छापेमारी हुई। लैपटॉप और अन्य उपकरण जब्त किए गए। इसके बाद मिखाइल शार्गिन का नाम सामने आया। रूसी हैकर मिखाइल का नाम सामने आने के बाद जांच का दायरा बढ़ गया है। सूत्रों ने बताया कि इस घोटाले में कई विदेशी नागरिक शामिल हैं।