LOCKDOWN के चलते बॉर्डर सील होने से कैंसर मरीजों की बढ़ी परेशानियां
नई दिल्ली: कोरोना के चलते पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन किया गया है। ऐसे में सभी राज्यों ने अपनी सीमाएं सील कर दी हैं। इस लॉकडाउन में सबसे ज्यादा कैंसर के मरीज प्रभावित हो रहे हैं। इसमें कई मरीज ऐसे हैं जो लॉकडाउन के पहले चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में इलाज करवाने गए थे और वहीं फंस गए। तो कई ऐसे हैं जिन्हें ऑपरेशन या फिर फॉलोअप के लिए दूसरे राज्यों में जाना है। फिलहाल लॉकडाउन को देखते हुए अस्पताल मरीजों को ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श उपलब्ध करवा रहे हैं।
चेन्नई से 41 मरीजों को पहुंचाया पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल और असम के 41 मरीज चेन्नई कैंसर का इलाज कराने आए थे। इसी दौरान पीएम मोदी ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया, जिसके चलते वे चेन्नई में ही फंस गए। कुछ मरीज ऐसे भी थे, जिनके पास पैसे खत्म हो गए थे। उन्होंने कुछ निजी संस्थाओं से मदद की गुहार लगाई। जिसके बाद चेन्नई से 35 एंबुलेंस के जरिए उन्हें घर भेजा गया। इसमें से 38 मरीज पश्चिम बंगाल और 3 मरीज असम के थे। देश में कई ऐसे अस्पताल और भी हैं, जहां आए मरीज अभी भी फंसे हुए हैं।
कई मरीजों की जान जोखिम में
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मौजूदा वक्त में 14 लाख से ज्यादा लोग कैंसर से पीड़ित हैं। कैंसर के मरीजों में बीमारी का पता लगते ही डॉक्टर जल्द से जल्द ऑपरेशन या उस रोकने के लिए थेरेपी शुरू करने की सलाह देते हैं। हजारों की संख्या में मरीज ऐसे हैं, जिसके ऑपरेशन की डेट तो बीमारी का पता लगने के बाद तय हो गई थी, लेकिन अब लॉकडाउन की वजह से वो अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं ऑपरेशन या थेरेपी देने के बाद मरीजों को छह-छह महीने पर फॉलोअप के लिए अस्पताल जाना पड़ता है, ताकी अगर बीमारी दोबारा से फैले तो वक्त रहते उसे रोका जा सके, लेकिन अब कोरोना की वजह से मरीजों का फॉलोअप भी नहीं हो पा रहा है।
ऑनलाइन परामर्श दे रहे डॉक्टर
मुंबई स्थिति टाटा मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा कैंसर के मरीजों को है। ऐसे में वो मरीजों को घर पर रहने की सलाह दे रहे हैं। कई मरीज ऐसे हैं, जिन्हें फॉलोअप के लिए अस्पताल आना था, जिन्हें अब ऑनलाइन परामर्श दिया जा रहा है। टाटा मेमोरियल में इलाज करवा चुके मरीज नव्या केयर पर लॉगइन करके डॉक्टर से ऑनलाइन सलाह ले सकते हैं। नव्या केयर का लिंक टाटा मेमोरियल की आधिकारिक वेबसाइट पर दिया हुआ है। वहीं जिनके पास वेबसाइट पर जाने और ऑनलाइन सलाह लेने की व्यवस्था नहीं है, उन्हें फोन के जरिए डॉक्टर परामर्श दे रहे हैं।