जम्मू के सांबा में BSF को इंटरनेशनल बॉर्डर पर मिली सुरंग
बांदीपोर में मुठभेड़ के बीच ही बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) को जम्मू के सांबा में इंटरनेशनल बॉर्डर पर मिली एक सुरंग। घुसपैठ को अंजाम देने के मकसद से तैयार की गई थी सुरंग।
सांबा। मंगलवार को जहां एक तरफ कश्मीर के बांदीपोर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी थी तो वहीं जम्मू के सांबा में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) को एक सुरंग का पता चला है। सांबा में मिली इस सुरंग के जरिए आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराने का इरादा था।
बीएसएफ ने शुरू की जांच
सांबा के रामगढ़ में मिली इस सुरंग की जांच हो रही है और बताया जा रहा है कि यह सुरंग इंटरनेशनल बॉर्डर से लगी हुई है। बीएसएफ की एक टीम इसकी जांच कर रही है। वर्ष 2017 में अब तक पाकिस्तान की तरफ से कई बार घुसपैठ की कोशिशें हो चुकी हैं। घुसपैठ का ही नतीजा था कि 12 फरवरी को कुलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें दो जवान शहीद हुए थे। कई घंटों तक चले इस ऑपरेशन में सेना ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के चार आतंकियों को मार गिराया था। इससे पहले, तीन फरवरी को पुलवामा जिले से लश्कर-ए-तैयबा के एक स्थानीय आतंकी को गिरफ्तार किया गया था।
जारी हैं घुसपैठ की कोशिशें
पुलिस अधिकारी के अनुसार, लश्कर के आतंकी मंजूर अहमद के पास से एक पिस्तौल, मैग्जीन और दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए थे। दो फरवरी को पाकिस्तान ने 2017 में पहली बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तान की ओर से तब भी सांबा की बीएसएफ पोस्ट को निशाना बनाया गया था। दो फरवरी की दोपहर में पाकिस्तान की ओर से ऑटोमेटिक हथियार से 3-4 हमले किए गए। इसके बाद बीएसएफ पोस्ट के आस-पास ग्रेनेड्स भी फेंके गए थे। पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन और घुसपैठ के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से संसद में जानकारी दी गई थी कि नवंबर, 2015 से नवंबर 2016 तक पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा और इंटरनेशनल बॉर्डर पर 430 बार सीजफायर तोड़ा गया था।