येदियुरप्पा ने बदली अपने नाम की स्पेलिंग, 2007 में सत्ता पाने के लिए पहले भी किया था ऐसा
नई दिल्ली: कर्नाटक की राजनीति में चल रही उथल पुथल के बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का नाम मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे चल रहा है। वो कर्नाटक के अगले संभावित मुख्यमंत्री हो सकते हैं। लेकिन बीएस येदियुरप्पा ने इन अटकलों के बीच बड़ा फैसला लिया है। बीएसवाई के नाम से लोकप्रिय पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने नाम की वर्तनी में चेंज किया है। 76 साल के येदियुरप्पा अब तक तीन बार कर्नाटक के सीएम के पद पर शपथ ले चुके हैं। उन्होंने वापस अपने नाम से एक डी हटा दिया है और आई जोड़ दिया है।
चौथी बार सीएम बनने को उत्सुक येदियुरप्पा
कर्नाटक
में
एचडी
कुमारस्वामी
सरकार
के
मंगलवार
को
गिरने
के
बाद
बीएस
येदियुरप्पा
चौथी
बार
सीएम
बनने
के
लिए
उत्सुक
हैं।
उन्हें
2007
में
दक्षिण
भारत
में
पहली
बार
बीजेपी
की
अगुवाई
वाली
सरकार
बनाने
का
श्रेय
जाता
है।
वो
2008
में
पहली
बार
बीजेपी
के
कर्नाटक
में
सीएम
बने
थे।
2007
तक
वो
अपना
नाम
येदियुरप्पा
लिखते
थे।
20
महीने
बाद
करार
के
तहत
जेडीएस
को
बीजेपी
को
सीएम
पद
देना
था।
लेकिन
3
अक्टूबर
2007
को
एचडी
कुमारस्वामी
और
जेडीएस
ने
वादे
को
निभाने
से
इनकार
कर
दिया
और
वो
सीएम
बनने
से
वंचित
हो
गए।
ज्योतिष
की
सलाह
पर
उन्होंने
अपने
नाम
से
आई
हटाकर
डी
जोड़
दिया
था।
ज्योतिष की सलाह पर बदला नाम
पहले बीएस येदियुरप्पा अपने नाम को अंग्रेजी में एक डी और एक आई लिखते थे। लेकिन, ज्योतिषी के कहने पर उन्होंने अपनी स्पेलिंग से आई शब्द को हटा दिया और इसकी एक डी और जोड़ लिया। ज्योतिष ने उन्हें सलाह दी थी कि डबल डी नकारात्मकता को खत्म करेगा। 11 अक्टूबर, 2007 को उन्होंने इसकी सूचना समाचार पत्रों में भी दी थी। दिलचस्प बाद है कि इसके बाद उन्होंने 11 अक्टूबर 2007 को पहली बार सीएम पद की शपथ ली। लेकिन वो सात दिन तक ही सीएम बन पाए। जेडीएस के समर्थन लेने की वजह से सरकार गिर गई। मई 2008 में वो दोबारा सीएम बने और 2011 तक सीएम रहे। सीएम पद छोड़ने के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़कर साल 2013 में कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) का गठन किया। लोकसभा चुनाव 2014 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर शिवमोग्गा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। साल 2018 में उन्होंने तीसरी बार सीएम की शपथ ली। लेकिन वो बहुमत हासिल नहीं कर सके।
अमित शाह को लिखे पत्र में भी बदला नाम
अब उन्होंने एक बार फिर से अपने नाम से डी हटा दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को लिखे उनके लेटर में लेटरहेड पर उनका स्पेलिंग बदला हुआ नाम था। पार्टी नेताओं का कहना है कि पुरानी स्पेलिंग वाला नाम उनके लिए भाग्यशाली नहीं था। उन्होंने कहा कि तीनों बार वह कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक सीएम रहे। लेकिन कभी भी पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया। अब, एक ज्योतिषी की सलाह के आधार पर उन्होंने अपने नाम में बदलाव किया है।
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