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करवाचौथ के दिन दी पति को अंतिम विदाई, शहीद की पत्‍नी ने यूं बयां किया दर्द

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ऊना। देशभर में आज महिलाएं करवाचौथ का व्रत रखकर पति की लंबी उम्र की कामना कर रही हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के बंगाणा की श्‍वेता ने अपने पति को आंसुओं के साथ अंतिम विदाई दी। श्वेता के पति ब्रजेश शर्मा 14 पंजाब रेजीमेंट में तैनात थे। बृजेश कश्मीर में शुक्रवार सुबह आतंकियों के साथ एनकाउंटर के दौरान शहीद हो गए थे। शुक्रवार तड़के तीन बजे मुठभेड़ के दौरान ब्रजेश को गोली लगीथी, जिसके बाद उन्‍हें बादामीबाग स्थित सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्‍होंने दम तोड़ दिया।

हेलीकॉप्‍टर से लाया गया पार्थिव शरीर

हेलीकॉप्‍टर से लाया गया पार्थिव शरीर

बृजेश 14 पंजाब रेजीमेंट में 2003 में भर्ती हुए थे और वह जम्मू के शोपियां में तैनात थे, जहां एनकाउंटर में वह शहीद हुए। शनिवार को सेना के हेलीकॉप्टर में शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव लाया गया, जहां सेना और प्रशासन की मौजूदगी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद ब्रजेश का अंतिम संस्कार किया गया।

ब्रजेश कहा करते थे- सबसे पहले देश, उसके बाद मां-बाप और पत्‍नी

ब्रजेश कहा करते थे- सबसे पहले देश, उसके बाद मां-बाप और पत्‍नी

32 साल के बृजेश का छह साल का बेटा है और एक बेटी। उनके परिवार में पत्‍नी श्‍वेता के अलावा मां और भाई भी हैं। शहीद बृजेश की पत्नी श्वेता ने रुंधे गले से बताया कि उनके पति कहते थे कि पहले स्थान पर देश, दूसरे स्थान पर मां- बाप और तीसरे स्थान पर पत्नी होती है।

बेटी को आईपीएस बनाना चाहते थे ब्रजेश

बेटी को आईपीएस बनाना चाहते थे ब्रजेश

शहीद के परिवार ने पीएम नरेंद्र मोदी से आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देने और इसे जड़ से खत्म करने की गुहार लगाई है, ताकि किसी पत्नी का सुहाग ना उजड़े, किसी मां- बाप का बेटा ना जुदा हो। शहीद की मां ने उनके बेटे के सपने को पूरा करने के लिए सरकार से मदद की मांगी है। शहीद ब्रजेश बेटी को आईपीएस अफसर बनाना चाहते थे।

20 लाख आर्थिक सहायता और पत्‍नी श्‍वेता को सरकारी नौकरी

20 लाख आर्थिक सहायता और पत्‍नी श्‍वेता को सरकारी नौकरी

शहीद बृजेश के घर मीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर भी पहुंचे। उन्‍होंने कहा कि प्रदेश सरकार शहीद बृजेश कुमार के परिवार को बीस लाख की आर्थिक सहायता, पत्नी को सरकारी नौकरी तथा बेटी की पढ़ाई का सारा खर्चा उठाएगी। इसके अलावा शहीद के नाम पर गेट द्वार का निर्माण किया जाएगा, इसके अलावा उनके गांव को जाने वाली सड़क का नाम भी शहीद ब्रजेश के नाम पर किया जाएगा। इस मौके पर वीरेंद्र कंवर ने शहीद की मां और पत्नी को सरकार की ओर से पांच लाख की आर्थिक सहायता का चेक भी भेंट किया।

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English summary
body of martyr brijesh sharma reached in village on karwa chauth.
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