पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव: नामांकन के दौरान भारी हिंसा, बीजेपी फिर से जाएगी हाईकोर्ट
बीरभूम के अलावा बंगाल के दुर्गापुर में भी पर्चा दाखिले के दौरान झड़प की खबर है। वहीं फरीदपुर ब्लॉक एरिया में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो जिस दौरान बीजेपी उम्मीदवार के साथ ब्लॉक ऑफिस पहुंचे तो ऐसा आरोप की टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें वहां जाने से रोका
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले एक बार फिर हिंसा भड़की है। यहां के बीरभूम इलाके में बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ताओं के बीच में खूनी झड़प हुई है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। मरने वाला बीजेपी कार्यकर्ता बताया जा रहा है। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है' हम कल फिर से हाईकोर्ट जाएंगे और बताएंगे कि हमे नामांकन करने से रोका गया। हमारे पास वीडियो फुटेज और तस्वीरें है जो हम कोर्ट को दिखाएंगे। कोर्ट को बताएंगे कि कैसे हमारे कार्यकर्ताओं को पीटा गया है।'
'देख लीजिए टीएमसी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी'
बीरभूम के अलावा बंगाल के दुर्गापुर में भी पर्चा दाखिले के दौरान झड़प की खबर है। वहीं फरीदपुर ब्लॉक एरिया में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो जिस दौरान बीजेपी उम्मीदवार के साथ ब्लॉक ऑफिस पहुंचे तो ऐसा आरोप की टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें वहां जाने से रोका। इसी बीच बाबुल सुप्रीयो ने कहा है कि हमे नामांकन करने से रोका गया। हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। बाबुल सुप्रियो ने इस संबंध में एक वीडियो में माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर डाला है और लिखा है कि देख लीजिए टीएमसी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी। बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया कि इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही।
कई जगह से हिंसा की खबरें
बीजेपी का दावा है कि मृतक शेख दिलदार बीजेपी समर्थक थे और कथित रूप से टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उनको गोली मार दी थी लेकिन सत्तारूढ़ दल ने मृतक शेख दिलदार के टीएमसी समर्थक होने का दावा किया है। राज्य के आसनसोल और उत्तरी 24 परगना जिले से भी हिंसा की खबरें आई हैं। उत्तरी 24 परगना जिले में एक व्यक्ति को गोली मार दी गई थी। मुर्शिदाबाद से भी टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती को कथित रूप से पीटे जाने और कांग्रेस सांसद अबू हाशिम खान चौधरी के वाहन पर हमला करने की घटना सामने आई हैं।
राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग
आपको बता दे कि बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है। पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के दौरान राज्य में हो रही हिंसा को लेकर कांग्रेस और बीजेपी हाईकोर्ट गई हैं। बता दें कि पंचायत चुनाव तीन चरण में 1, 3 और 5 मई को हो सकते हैं। हालांकि आयोग ने अभी तक तारीख की घोषणा नहीं की है। सोमवार को भरे गए नामांकन की जांच 25 अप्रैल को की जाएगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 28 अप्रैल है।
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