karnataka विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का बड़ा दांव, बोम्मई सरकार बढ़ाने जा रही एससी, एसटी आरक्षण
karnataka विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का बड़ा दांव, बोम्बई सरकार बढ़ाने जा रही एससी, एसटी आरक्षण
Karnataka SC and ST Reservation Quota: कर्नाटक में अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव से पहले कर्नाटक की भाजपा सरकार ने बड़ा फैसला किया है। कर्नाटक मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने संवैधानिक संशोधन की मांग के बाद अनुसूचित जाति और जन जाति यानी एससी, एसटी के लिए आरक्षण कोटा बढ़ाने का फैसला किया है।
सीएम बसवराज ने बताया कि राज्य सरकार सैद्धांतिक रूप से एससी के लिए मौजूदा कोटे में 2 प्रतिशत कोटा और एसटी के लिए 4 प्रतिशत का कोटा बढ़ाने के लिए सहमत हुई है। शनिवार की कैबिनेट की विशेष बैठक में आरक्षण बढ़ाने पर फैसला लिया जाएगा।
ध्यान देने वाली बात ये है कि कर्नाटक की भाजपा सरकार ये फैसला ऐसे समय में आया है जब प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक में कुछ दिन पहले पहुंच चुकी है। जिसमे राहुल गांधी के साथ सोनिया गांधी भी जुड़ चुकी हैं।
जानें वर्तमान समय में कर्नाटक में कितना है आरक्षण
गौरतलब है कि वर्तमान समय में कर्नाटक में ओबीसी के लिए 32 प्रतिशत और एससी के लिए 15 प्रतिशत और एसटी के 3 प्रतिशत कोटा है। कुल मिलाकर कोटा 50 प्रतिशत है। जो बोम्बई सरकार के इस फैसले के बाद कर्नाटक में आरक्षण की कोटा कैप 50 प्रतिशत से 56 प्रतिशत हो जाएगा।
सीएम ने बताया क्यों ले रहे ये फैसला
बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब कर्नाटक सीएम बोम्मई ने कहा कि हाई कोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश नागमोहन दास की अध्यक्षता वाली एक समिति ने अनुसूचित जाति के लिए 15% से 17% और एसटी के लिए 3% से 7% तक आरक्षण बढ़ाने की सिफारिश की थी।
कानून मंत्री ने जानें क्या कहा
वहीं इस प्रदेश सरकार के इस फैसले पर कर्नाटक राज्य के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री जेसी मधुस्वामी ने कहा कि इसके लिए विधानसभा में प्रस्वाव लाएंगे और विधेयक पारित किया जाए। उन्होंने कहा हमारी सरकार एससी, एसटी के लिए 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण बढ़ाना चाह रही है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि अन्य पिछड़े समुदायों को उतना ही आरक्षण मिलेगा जितना अभी तक मिल रहेगा।