कर्नाटक सीएम की खिलाफत के बीच बेंगलुरु पहुंचे बीजेपी पार्टी प्रभारी अरुण कुमार, बोले- कोई मतभेद नहीं
बेंगलुरु, 16 जून: कर्नाटक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ भाजपा में विरोध बढ़ता ही जा रहा है। कर्नाटक में सीएम पद को लेकर भाजपा के अंदर चल रही अंतरकलह के बीच भाजपा सुप्रीमों ने इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए वरिष्ठ नेता को बेंगलुरु भेजा है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक अरुण सिंह 16 जून से तीन दिनों के लिए बेंगलुरु पहुंच चुके हैं।
बेंगलुरु पहुंचने के बाद भाजपा के कर्नाटक प्रभारी। उन्होंने कहा हमारी पार्टी के कार्यकर्ता लगातार COVID राहत कार्य कर रहे हैं। मैं यहां इसकी समीक्षा करने आया हूं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सहित सिंगल यूज प्लास्टिक और आगामी कार्यक्रमों जैसे अन्य मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। बेंगलुरू पहुंचते ही अरुण सिंह ने कहा पार्टी में कोई मतभेद नहीं हैं और हम एकजुट हैं। सीएम येदियुरप्पा के नेतृत्व में सराहनीय कार्य हो रहा है।
बता दें बुधवार को शाम कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से शहर में भाजपा मुख्यालय में मुलाकाल की। इसके बाद वो राज्य के कैबिनेट मंत्री भी सिंह से मुलाकात करेंगे और उनकी शिकायतें सुनेंगे। बीपेजी प्रभारी अरुण सिंह से मिलने के लिए पार्टी कार्यालय से दस पार्टी विधायकों को फोन आया है। उन्हें एक के बाद एक अरुण सिंह से मिलने की बात कही गई हैं। पार्टी के अन्य विधायक भी अरुण सिंह से मिलना चाहते हैं लेकिन दस विधायकों को बैठक के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
इस बीच, जिन दलबदलुओं ने राज्य में पार्टी को सत्ता हासिल करने में मदद की थी और वर्तमान कैबिनेट में मंत्री हैं, वे बुधवार को अरुण सिंह के बेंगलुरु पहुंचने से पहले कथित तौर पर उलझ गए। इसमें एसटी सोमशेखर, बिरती बसवराज, बीसी पाटिल, के सुधाकर और आनंद सिंह शामिल हैं। उन्होंने कथित तौर पर सीएम येदियुरप्पा के साथ खड़े होने का फैसला किया है यदि पार्टी आलाकमान उन्हें हटाने का फैसला करता है क्योंकि उन्हें डर है कि एक नए नेतृत्व के तहत उनके विभागों को छीन लिया जाएगा।
हाल
ही
में
अरुण
कुमार
ने
कहा
था
कि
येदियुरप्पा
अच्छा
काम
कर
रहे
हैं।
वहीं
सीएम
येदियुरप्पा
जो
पहले
कह
रहे
थे
कि
आलाकमान
का
जो
आदेश
होगा
वो
स्वीकार्य
होगा
उन्होंने
खुद
अब
कर्नाटक
में
भाजपा
के
नेतृत्व
में
बदलाव
की
अटकलों
के
मिक्स
संकेत
दिए
हैं।
बता
दें
कुछ
दिनों
पूर्व
येदियुरप्पा
के
करीबी
रहे
ग्रामीण
विकास
मंत्री
केएस
ईश्वरप्पा
ने
राज्यपाल
वजुभाई
वाला
को
पत्र
लिखकर
आरोप
लगाया
था
कि
सीएम
उनके
विभागों
में
हस्तक्षेप
करते
हैं।
वहीं
अब
येदियुरप्पा
सरकार
के
मूड
की
पड़ताल
करने
अरुण
सिहं
पहुंचे
हैं
तो
माना
जा
रहा
है
कि
सीएम
से
असंतुष्ट
नेताओं
की
शिकायत
सुनने
के
बाद
इस
बात
का
कोई
हल
निकलेगा।