'चायवाला' कहकर 44 सीटों पर अटके थे, 'पकौड़ा' विवाद 5 पर ही फिक्स कर देगा, बीजेपी सांसद का कांग्रेस पर निशाना
अभिषेक सिंह ने कहा कि 2014 के आम चुनाव के दौरान कांग्रेस ने एक चाय वाले का मजाक बनाया था, तब देश की जनता ने कांग्रेस 44 सीटों पर समेट दिया था
नई दिल्ली। देश में पकौड़े को लेकर पॉलिटिक्स जारी है। इस 'पकौड़ा पॉलिटिक्स' में क्या बीजेपी क्या कांग्रेस दोनों ही दल अपने अपने तरीके से हित साध रहे हैं। लोकसभा में गुरुवार को यह मुद्दा एकबार फिर उछला जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के बेटे और सांसद अभिषेक सिंह ने कहा कि जिस तरह 'चायवाला' विवाद की वजह से कांग्रेस 2014 के आम चुनाव में 44 सीटों पर ही सिमट कर रह गई थी ठीक उसी तरह 'पकौड़ा' विवाद के जरिए वह 2019 में पांच सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएगी।
'कांग्रेस को अगर जनता 5 सीटों पर भी सिमट दे तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए'
अभिषेक सिंह ने कहा कि 2014 के आम चुनाव के दौरान कांग्रेस ने एक चाय वाले का मजाक बनाया था, तब देश की जनता ने कांग्रेस 44 सीटों पर समेट दिया था, आज एक पकौड़े बेचने वाले की मेहनत का मजाक उड़ाने वाली कांग्रेस को अगर जनता 5 सीटों पर भी सिमट दे तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। अभिषेक ने अपने संसदीय क्षेत्र से ऐसे कई लोगों का उदाहरण भी पेश किए जिन्होंने छोटे स्तर से दुकान शुरू की और आगे चलकर बड़ा कारोबार स्थापित कर अन्य लोगों को भी नौकरी देने का काम किया।
पीएम ने पकौड़े बेचने को रोजगार बताया था
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पकौड़े बेचने को भी रोजगार बताया था। इसके बाद पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा था कि अगर पीएम पकौड़े बेचने को रोजगार मानते हैं तो इस तर्क के साथ भीख मांगने वाले को भी नौकरीपेशा माना जाना चाहिए।
जारी है 'पकोड़ा पॉलिटिक्स'
आम बजट पेश होने के बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहा है। पिछले दिनों बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी राज्यसभा में दिए अपने पहले संबोधन में कांग्रेस पर गरीबों का मजाक बनाने का आरोप लगाया था। सोशल मीडिया से लेकर संसद तक 'पकौड़ा पॉलिटिक्स' की चर्चा काफी तेज हो गई है।
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