भाजपा ने वाजे के आरोपों के आधार पर महाराष्ट्र डिप्टी सीएम अजीत पवार के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की
मुंबई, 25 जून। महाराष्ट्र में जब से शिवसेना भाजपा का साथ छोड़कर एनीसपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई है तभी से बीजेपी रह-रह कर हमले कर रही है। एक बार फिर भाजपा ने महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ विरोध की आवाज बुलंद कर दी है। शुक्रवार को भाजपा ने बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के आरोपों के आधार पर महाराष्ट्र उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब के खिलाफ सीबीआई जांच करवाने की मांग की है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने ये प्रस्ताव पेश किया जिसे बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में मंजूरी मिल गई ही है। पूर्व मंत्री शेलार ने बताया कि 'एनआईए कोर्ट को जो वाजे ने पत्र लिखा है उसमें बताया कि उसे जबरन वसूली के लिए मजबूर किया गया था। इस पत्र में वाजे ने डिप्टी सीएम अजीत पवार और मंत्री अनिल परब का नाम लिखा है। भाजपा ने मांग की कि इस दोनों पर वाजे द्वारा लगाए गए आरोपों की अब सीबीआई जांच होना चाहिए।
बता दें ये मामला तब सामने आया जब मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने बयान दिया उन्होंने खुल कर कहा कि राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पव भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। जिसके बाद सीबीआई की जांच के घेरे मे देशमुख भी आए जिसके बादे महाराश्ट्र के गृहमंत्री के पद से उन्होंने इस्तीफा देना पड़ा था। पूर्व पुलिस आयुक्त ने आरोपा लगाया था कि देशमुख ने सचिन वाजे को मुंबई के रेस्त्रां और बार से करोड़ों रुपये की वसूली करने के लिए कहा था।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'अनिल देशमुख सीबीआई जांच के घेरे में है। उससे कही गंभीर आरोप सचिन वाजे की तरफ से अजीत पवार पर लगाए हैं। तो उनके खिलाफ सीबीआई जांच की क्यों की जा रही। उन्होंने कहा वाजे के बयान के आधार पर अजीत पवार के खिलाफ सीबीआई जांच होना चाहिए। इसके साथ ही भाजपा ने शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी पर ताकत का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए हैं।
राकंपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, 'हम किसी जांच से डरते नहीं है, सीबीआई जांच कर रही है लेकिन ये दिख रहा है कि भाजपा कैसे राजनीतिक लाभ के लिए केंद्रीय एजेंसियों का गलत उपयोग कर रही है।