अमित मालवीय के बचाव में बोली भाजपा, 'कांग्रेस नेता ने भी किया वैसा ही ट्वीट'
कांग्रेस ने इस मामले को लेकर जहां भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए, चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं भाजपा भी अमित मालवीय के बचाव में उतर आई है।
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान को लेकर भाजपा की आईटी सेल के हेड अमित मालवीय के ट्वीट ने सियासी गलियारों में बवाल मचा दिया है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर जहां भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए, चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं भाजपा भी अमित मालवीय के बचाव में उतर आई है। इसी को लेकर भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में चुनाव आयोग में जाकर अपना पक्ष रखा।
मालवीय के बचाव में क्या बोली भाजपा
चुनाव आयोग में अधिकारियों से मुलाकात के बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'अमित मालवीय का ट्वीट एक टीवी चैनल के सोर्स पर आधारित था। चुनाव आयोग के कद को कमजोर करने का उनका कोई इरादा नहीं था। कर्नाटक के एक कांग्रेस नेता ने भी अपने ट्वीट में यही बात बताई। हम यह मानते हैं कि अमित मालवीय को इस तरह का ट्वीट नहीं करना चाहिए था।'
चुनाव आयोग से पहले मालवीय का ट्वीट
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में तारीखों का ऐलान भी नहीं कर पाया था कि उससे पहले ही भाजपा की आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट कर चुनाव की तारीख बता दी। मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा, '12 मई को कर्नाटक में वोटिंग है और 18 मई को काउंटिंग होगी।' हालांकि विवाद बढ़ने के बाद मालवीय ने अपना ट्वीट हटा लिया।
चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को चुनौती: कांग्रेस
इसे लेकर कांग्रेस ने भाजपा और चुनाव आयोग दोनों पर सवाल खड़े किए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'भाजपा ने चुनाव आयोग से पहले ही कर्नाटक के चुनावों की तारीखों का ऐलान किया। चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को ये सीधी चुनौती है। प्रश्न यह है- 1.क्या संवैधानिक संस्थाओं का डेटा भी भाजपा चुरा रही है? 2. क्या चुनाव आयोग अमित शाह को नोटिस देगा और भाजपा के IT सेल पर FIR दर्ज करवाएगा?'
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