बिहार: NDA में 'कड़वाहट' बरकरार, BJP और JDU नेताओं ने एक दूसरे की इफ्तार पार्टी से बनाई दूरी
नई दिल्ली। केंद्रीय कैबिनेट के शपथ ग्रहण के बाद से बिहार में एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। क्योंकि पटना में रविवार को जेडीयू की इफ्तार पार्टी में बीजेपी का कोई नेता नहीं पहुंचा। दूसरी ओर पटना में ही आयोजित बीजेपी की इफ्तार पार्टी में जेडीयू का कोई नेता शामिल नहीं हुआ। इससे साफ हो गया है कि बिहार में एनडीए के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। JDU की इफ्तार पार्टी का आयोजन पटना के हज भवन में किया गया था, लेकिन भाजपा का कोई भी नेता इसमें हिस्सा लेने के लिए नहीं पहुंचा।
सुशील मोदी की ओर से रखी पार्टी से जेडीयू नेताओं ने बनाई दूरी
इसके बाद उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी एक इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था जिसमें जेडीयू का कोई नेता दिखाई नहीं दिया। राजद नेता और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी पटना में अपने निवास पर इफ्तार पार्टी आयोजित की थीं जिसमें राज्य के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और शिवानंद तिवारी सहित महागठबंधन के कई नेताओं ने शिरकत किया। बता दें कि रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिपरिषद का विकास किया जिसमें जेडीयू के आठ नेताओं को शामिल किया जबकि सहयोगी पार्टी के लिए एक सीट छोड़ी गई है जिस पर बीजेपी को फैसला लेना है कि वो किस नेता का नाम आगे बढ़ाती है।
बीजेपी-जेडीयू के बीच मनमुटाव पर क्या बोले नीतीश कुमार?
मीडिया से बात करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्रिमंडल में जद (यू) कोटे से पद खाली थे जिसको भरने का प्रयास किया गया है। हालांकि उन्होंने बीजेपी से विवाद के सवाल को गलत ठहराया है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद 30 मई को आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट के शपथ ग्रहण से ठीक पहले नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि था कि कैबिनेट में शामिल होने के लिए उनको एक नेता का नाम भेजने के लिए कहा गया लेकिन कैबिनेट में एक को शामिल किया जाना तो प्रतिकात्मक मात्र ही है। इसलिए मैंने मना कर दिया।
बीजेपी ने कैबिनेट में एक मंत्री को शामिल करने का दिया ऑफर
जदयू के अध्क्ष ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने 28 मई को उन्हें फोन किया और कहा कि वह उनसे अगले दिन चर्चा के लिए मिलना चाहते हैं। दिल्ली में ही दोनों नेताओं की मुलाकात हुई, जहां बीजेपी अध्यक्ष ने उनसे कहा कि उनकी पार्टी एनडीए के सभी घटक दलों को सरकार में शामिल करना चाहती है, और सुझाव दिया कि जदयू भी कैबिनेट के लिए एक बर्थ स्वीकार करे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में केवल एक मंत्री पद के दिए जाने पर भाजपा और जद (यू) के बीच दरार के सवाल पर मंत्री श्याम रजक ने न्यूज एंजेसी एएनआई को बताया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन बरकरार है, लोग केवल अफवाहें फैला रहे हैं।
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