बिटकॉइन घोटाला: एलन मस्क की स्टारलिंक के नाम पर जालसाजी, इंटरनेट यूजर संभल जाएं
नई दिल्ली, 10 जुलाई। मशहूर उद्योगपति एलन मस्क क्रिप्टोकरेंसी के बड़े समर्थकों में हैं। बिटकॉइन को 50,000 डॉलर के पार पहुंचाने में अगर किसी एक शख्स का सबसे बड़ा योगदान अगर है तो वह मस्क ही हैं। उन्होंने बिटकॉन में डेढ़ अरब डॉलर का निवेश कर इसमें लोगों का भरोसा जगाया। वे लगातार बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी के समर्थन में पोस्ट भी करते रहते हैं। यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी के समर्थकों में उनकी अलग पहचान है। लेकिन उनकी यही पहचान अब धोखेबाजों को मौका दे रही है और यह बड़े घोटाले में बदल रही है।
एलन मस्क के उद्यम स्पेसएक्स-स्टारलिंक का नाम तो सुना ही होगा। फ्रॉड करने वालों ने बिटकॉइन के नाम पर जालसाजी का अनोखा तरीका निकाल लिया है। इसके लिए नकली वेबसाइट शुरू करने में जालसाज बिटकॉइन और मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की स्टारलिंक उपग्रह प्रणाली का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके माध्यम ईरान में तमाम इंटरनेट यूजर को शिकार बनाया है।
जालसाजों ने इसके लिए एक नकली वेबसाइट बनाई है जो मूल स्टारलिंक वेबसाइट की तरह ही लगती है। नकली वेबसाइट से ईरानियों को निशाना बनाया जा रहा है जो मजबूत और बेहतर इंटरनेट सेवाओं की तलाश कर रहे हैं।
बिटकॉइन
में
भुगतान
यह
वेबसाइट
उपयोगकर्ताओं
को
बिटकॉइन
में
अपनी
खरीद
के
लिए
भुगतान
करने
के
लिए
कहती
हैं।
फिर
उन्हें
अपने
नाम,
ईमेल
पते,
फोन
नंबर
और
डाक
पते
के
साथ
एक
फॉर्म
भरना
होगा
जिसके
बाद
साइट
भुगतान
करने
के
तरीके
के
बारे
में
एक
अलग
ईमेल
भेजेगी।
यह
तरीका
मूल
स्टारलिंक
वेबसाइट
से
अलग
है
जो
उपयोगकर्ताओं
को
अपनी
खरीद,
पीसीमैग
नोट्स
के
भुगतान
के
लिए
क्रेडिट
कार्ड
का
उपयोग
करने
देता
है।
छूट
के
साथ
दे
रहे
लालच
जालसाजी
को
पकड़ने
का
एक
और
तरीका
है।
नकली
स्टारलिंक
वेबसाइट
इंटरनेट
कनेक्टिविटी
के
लिए
39
डॉलर
प्रति
माह
और
आवश्यक
हार्डवेयर
के
लिए
249
डॉलर
चार्ज
कर
रही
है।
एलन
मस्क
की
मूल
स्टारलिंक
वेबसाइट
इंटरनेट
के
लिए
99
डॉलर
प्रति
माह
और
499
डॉलर
एकमुश्त
शुल्क
लेती
है।
बिटकॉइन में करना चाहते हैं निवेश तो यहां समझ सकते हैं काम की बात
इसमें एक और बात समझने की है। स्टालिंक के जरिए एलन मस्क का उद्येश्य दुनिया के सबसे दूरस्थ जगहों पर भी इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करता है। अभी स्टारलिंक केवल पांच क्षेत्रों में सुविधाएं दे रहा है जिसमें अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, ऑस्ट्रिया और जर्मनी शामिल हैं। यानि कि इस सूची में ईरान शामिल ही नहीं है। तो अगर किसी दूसरे देश में ये सुविधा देने की बात आती है तो जरा संभल जाइए।
इन सभी बातों को एक साथ मिलाकर यह संकेत मिलता है कि इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट पर कुछ भी खरीदते या बेचते समय अधिक सावधान रहना चाहिए। सिर्फ इसलिए कि कुछ ऐसा लगता है कि यह किसी सेलिब्रिटी से जुड़ा हुआ है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह प्रामाणिक है।