Bipin Rawat को बनाया गया था भारत का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जानें CDS की जिम्मेदारियां
Bipin Rawat को बनाया गया था भारत का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जानें CDS की जिम्मेदारियां
नई दिल्ली, 08 दिसंबर। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को सेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनके साथ उनकी पत्नी डॉ मधुलिका रावत समेत कुल 14 लोग ही सवार थे। रेसक्यू टीम दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
Bipin Rawat को बनाया गया था भारत का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
जनरल बिपिन रावत भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी CDS नियुक्त किए गए थे। बिपिन रावत को 1 जनवरी 2020 को वहीं नियुक्त किया गया था। इससे पहले बिपिन रावत 27वें थल सेनाध्यक्ष थे। आर्मी चीफ बनाए जाने से पहले उन्हें 1 सितंबर 2016 को भारतीय सेना का उप-सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था। उत्तराखंड के पौड़ी में जन्मे रावत का परिवार चार पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा दे रहा है।
इस उद्देश्य से किया गया था सीडीएस के पद का सृजन
भारत में इससे पहले ये पद नहीं था। सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने इस पद का सृजन करने की मंजूरी दी थी। सीडीएस तीनों सेनाओं से जुड़े सभी मामलों में रक्षा मंत्री के प्रधान सैन्य सलाहकार के तौर पर कार्य करता है। सीडीएस के पद का सृजन करने का उद्देश्य था तीनों सेनाओं जल, थल और वायु सेना के बीच बेहतर तालमेल लाकर देश की सैन्य ताकत को मजबूत करना शामिल है।
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जानिए सीडीएस की क्या होती है जिम्मेदारियां
- चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति करने के लिए सरकार ने नियमों में संसोधन करके रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर 65 वर्ष की थी और रावत का सीडीएस के तौर पर तीन साल के लिए अप्वाइंट किया था।
- सेना के अभियानों में संयुक्त्ता लाकर मौजूद संसाधानों का बेहतर प्रयोग करके सैन्य कमानों की पुर्नसंरचना करना।
- जल, थल और वायु सेना से जुड़ी एजेंसियों, संगठनों और साइबर संबंधी कार्यों की कमान संभालना,
- जल, थल और वायु सेना की सेवाएं लॉजिस्टिक्स, आवाजाही, परिचालन, प्रशिक्षण, सहायक सेवाएं, मरम्मत, संचार और रखरखाव आदि सेवाओं में सामंजस्य स्थापित करना है।
- तीनों सेनाओं का प्रशासनिक कार्यो की देखभाल।