बिहार: भाजपा नेता विशेश्वर ओझा मर्डर केस के मुख्य गवाह की गोली मारकर हत्या
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन के दावों के बीच बिहार में अपराधियों के हौंसले बलुंद हैं। शुक्रवार को बिहार के आरा में बदमाशों ने 2016 के भाजपा नेता विशेश्वर ओझा मर्डर केस में मुख्य गवाह की गोली मारकर हत्या कर दी।
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन के दावों के बीच बिहार में अपराधियों के हौंसले बलुंद होते जा रहे हैं। लगातार बढ़ रही अपराध की घटनाओं ने नीतीश के दावों और बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शुक्रवार को बिहार के आरा में बदमाशों ने 2016 के भाजपा नेता विशेश्वर ओझा मर्डर केस में मुख्य गवाह कमल किशोर मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। भाजपा नेता की हत्या के मुख्य गवाह को गोली मारे जाने की घटना से प्रदेश की सियासत में सनसनी मच गई है।
आपको बता दें कि 2016 में भाजपा के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी हत्याकांड के मुख्य गवाह कमल किशोर मिश्रा समेत दो लोगों को शुक्रवार सुबह बदमाशों ने उस समय गोली मार दी, जब वो खेत से घर की ओर लौट रहे थे। गोली लगने से कमल किशोर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे शख्स को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कार्बाइन
गन
से
मारी
गोली
बताया
जा
रहा
है
कि
कमल
किशोर
मिश्रा
को
कार्बाइन
गन
से
गोली
मारी
गई
है।
हालांकि
आधिकारिक
तौर
पर
अभी
इस
बात
की
पुष्टि
नहीं
हुई
है।
हमलावरों
की
संख्या
5
से
6
बताई
जा
रही
है।
बदमाशों
ने
घात
लगाकर
कमल
किशोर
के
ऊपर
हमला
किया।
हमले
की
सूचना
मिलते
ही
पुलिस
मौके
पर
पहुंचे
गई।
बदमाशों
का
अभी
तक
कोई
सुराग
नहीं
मिला
है।
पुलिस
ने
केस
दर्ज
कर
मामले
की
जांच
शुरू
कर
दी
है।
वहीं,
इस
मामले
को
लेकर
विपक्ष
ने
सीएम
नीतीश
कुमार
की
सरकार
पर
सवाल
खड़े
कर
दिए
हैं।
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