कन्हैया के हत्यारों ने उगले कई राज, गला काटने के लिए खुद बनाए थे 6 कसाई चाकू, 2 का किया इस्तेमाल
उदयपुर, 05 जुलाई: राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर गला काटकर हुई दर्जी कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। कन्हैया लाल की जिस तरह से गला रेतकर हत्या की गई थी, वो बिल्कुल खूंखार आतंकी संगठन ISIS से जोड़ा गया था। वहीं अब हत्यारे गौस मोहम्मद और रियाज अटारी ने पूछताछ में एक और बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि मर्डर के लिए इस्तेमाल चाकू को उसने खुद बनाया था। कन्हैया के हत्यारे रियाज ने एक नहीं बल्कि छह कसाई चाकू तैयार किए थे।
28 जून को उदयपुर में हुई बेरहमी से हत्या
28 जून को उदयपुर में हुई बेरहमी से हत्या के मामले में लोगों के अंदर आक्रोश है। सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक लोग हत्यारों के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। आरोपियों ने नाप देने के बहाने दुकान में घुसकर कन्हैया लाल का सिर काटकर मौत के घाट उतार दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने इस पूरी विभत्स घटना की वीडियो भी बनाई थी, जिसको सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए इस बात को भी कबूला कि उन्होंने ही टेलर की हत्या को अंजाम दिया है।
नूपुर शर्मा के समर्थन में किया था पोस्ट
बता दें कि उदयपुर के धानमंडी थाना इलाके के मालदास स्ट्रीट पर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया था। मृतक के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया था, जिसके बाद हत्यारों ने कन्हैया लाल की गला रेतकर हत्या कर दी। दो अलग-अलग वीडियो में दोनों आरोपियों ने हत्या में इस्तेमाल किए हथियार के साथ नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट पर हत्या करने की बात भी कबूल की थी।
खुद तैयार किए थे 6 कसाई चाकू
वहीं अब पूछताछ से पता चलता है कि यह गौस मोहम्मद था, जिसने कन्हैया लाल को मारने के लिए रियाज अटारी के साथ विशेष तौर पर हैंडमेड 6 चाकू तैयार किए थे। तैयार किए गए चाकुओं में से दो का इस्तेमाल किया था। बाकी के चार चाकुओं को लोकल कसाई मोहसिन मुर्गेवाला के पास से बरामद किए गए हैं, जिसके पास रियाज ने सभी छह चाकू जमा किए थे।
पूरे देश में दहशत फैलाने का प्लान
ISIS के खूंखार तरीके से उदयपुर में दर्जी की हत्या की जांच से पता चला है कि दो मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज अटारी ने बर्बरता से अपराध करने के लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया था, जिससे पूरे देश में दहशत का माहौल हो जाए। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ में खुलासा किया कि रियाज ने 9 जून को बकरी-ईद के त्योहार के लिए छह बड़े चाकू बनाए थे और उन्हें मोहसिन मुर्गेवाला नाम के एक स्थानीय कसाई के पास छोड़ गया था। बताया जा रहा है कि 28 जून को कराची के दावत-ए-इस्लामी के दोनों फॉलोवर्स ने मोहसिन की दुकान से दो चाकू उठाए और जघन्य अपराध करने के लिए आगे बढ़ गए।
जहर उगलने वाले व्हाट्स ऐप ग्रुप में जुड़े थे आरोपी
जांच से पता चला है कि गौस मोहम्मद कई ऐसा व्हाट्स ऐप ग्रुप में जुड़ा था, जिसमें पाकिस्तान के लोग भी ऐड थे। इतना ही नहीं उन्हें बार-बार यह बताया जा रहा था कि नूपुर शर्मा मामले में कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा, इसलिए कुछ ऐसा करो, जिससे पूरे देश में दहशत फैल जाए। एनआईए और इंटरनल सिक्योरिटी एजेंसियां रियाज और गौस सहित और आरोपियों के फोन रिकॉर्ड और दावत-ए-इस्लामी व्हाट्सएप ग्रुप चैट खंगाल रही हैं।