बहुत अच्छे संस्थान हैं JNU और जामिया, उसकी गरिमा को नुकसान बर्दाश्त नहीं होगा: निशंक
नई दिल्ली। हाल ही कुछ दिनों में हुए विवादों में राजधानी दिल्ली स्थित जामिया और जेएनयू विश्वविद्यालय केंद्र में रहे हैं। इन दोनों संस्थानों पर पूरे देश से कई तरह की प्रतिक्रयाएं भी आईं हैं। इस बीच केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इन दोनों संस्थानों को बहुत अच्छा करार दिया है। रमेश पोखरियाल ने कहा है कि JNU हो या जामिया और भी बहुत सारे संस्थान हैं, बहुत अच्छे संस्थान हैं। वहां से बहुत सारे अच्छे लोग निकले हैं। मैं शुरू से इस बात का पक्षधर रहा हूं कि जो भी उन संस्थानों की गरिमा को गिराने का काम करेगा उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बता दें कि पोखरियाल का बयान ऐसे वक्त में आया है जब जामिया मिल्लिया इस्लामिया की लाइब्रेरी का 15 दिसंबर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिस वहां पढ़ रहे छात्रों पर बर्बरता करती हुई दिखाई दे रही है। वीडियो को जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने जारी किया है, जिसमें सुरक्षाबल लाइब्रेरी में मौजूद छात्रों पर डंडे बरसाते नजर आ रहे हैं।
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कमेटी का दावा है कि 15 दिसंबर को जब CAA के खिलाफ आंदोलन हुआ तो उस दौरान पुलिस ने जामिया के अंदर पढ़ रहे छात्रों पर लाठियां बरसाईं। जारी वीडियो में छात्र लाइब्रेरी में पढ़ते नजर आ रहे हैं, तभी पुलिस वहां आकर पिटाई शुरू कर देती है। वीडियो में छात्रों के हाथों में किताबें भी नजर आ रही हैं।
Union HRD Minister Ramesh Pokhriyal Nishank: Be it JNU, Jamia or other institutions, all of them are very good. Main shuru se is baat ka pakshdhar raha hoon, jo bhi in sansthanon ki garima ko girane ka kaam karega, usko kisi kimat par bardasht nahi kiya jayega. pic.twitter.com/sYlx4kx4L4
— ANI (@ANI) February 16, 2020
कुलपति ने कहा था- FIR करवाएंगे
घटना के अगले दिन यानी 16 दिसंबर को विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा था कि वह कैंपस में रविवार शाम को पुलिस के घुसने को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग करेगा। इसके साथ ही इसने यह भी कहा था कि FIR भी दर्ज कराई जाएगी। सोमवार को विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि पुलिस बिना अनुमति के ही कैंपस में घुसी थी। उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि 'इस लड़ाई में हमारे छात्र अकेले नहीं हैं, बल्कि मैं भी उनके साथ हूं।' तब नजमा अख्तर ने कहा था, 'आप संपत्ति को फिर से दुरुस्त कर सकते हैं, लेकिन जो छात्रों पर बीती है उसकी आप भरपाई नहीं कर सकते हैं। हम इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं।