मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले BJP को झटका, स्थानीय चुनाव में कांग्रेस की एकतरफा जीत
भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। सभी राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। इसी बीच चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को करारा झटका लगा है। दरअसल कांग्रेस ने पंचमढ़ी छावनी परिषद के चुनावों में 7 सीटों में से 6 सीटों पर कब्जा जमा लिया है। सिर्फ एक सीट पर ही भाजपा समर्थित उम्मीदवार को जीत मिल सकी है। खास बात ये है कि पंचमढ़ी छावनी परिषद में 23 साल बाद कांग्रेस को जीत मिली है। कांग्रेस इस जीत को विधानसभा चुनावों के लिए शुभ संकेत मान रही है। आपको बता दें कि छावनी परिषद में अध्यक्ष सेना के पदेन अधिकारी होते हैं। वर्तमान में कमांडेंट कर्मवीर इसके अध्यक्ष हैं।
दो साल बाद हुआ था चुनाव
पचमढ़ी छावनी परिषद में दो साल बाद चुनाव हुए हैं। दो साल से सेना की तदर्थ समिति ही परिषद का संचालन कर रही थी। रविवार को दोपहर में छावनी परिषद के सभी 7 वार्ड में चुनाव हुआ। यहां कुल 4495 मतदाता हैं। मतदान का प्रतिशत 79.27 रहा। मतदान रविवार सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक हुआ, इसके बाद रात 8 बजे से मतगणना शुरू हुई।
भाजपा की हार के 3 मुख्य कारण
- पचमढ़ी में आम नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलना।
- कुछ साल पहले अतिक्रमण हटा था, इसमें भाजपा की भूमिका निष्पक्ष नहीं थी।
- 23 साल से सत्ता में रहने के कारण नेताओं का बर्ताव ठीक नहीं व अंहकार से जनता चिढ़ गई।
- लगातार जनता की आवाज को उठाते रहे। भाजपा की गलतियां गिनाईं।
- चुनाव के दौरान जमीनी चुनाव प्रचार करना। अतिक्रमण का मुद्दा उठाया।
- प्रत्याशियों का चयन सही करना और सुविधाएं देने का वादा किया।
कांग्रेस की जीत के 3 मुख्य कारण
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने किए हैं कई बड़े बदलाव
आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने राज्य में नेतृत्व के स्तर पर कई बड़े बदलाव किए हैं। छिंदवाड़ा से सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, वहीं गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव प्रचार की कमान सौंपी गई है।
सीएम शिवराज सिंह खुद कस चुके हैं कमर
भाजपा की ओर से सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी चुनाव प्रचार के लिए कमर कस ली है। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीण इलाकों में जनसम्पर्क करने के लिए जन-आशिर्वाद यात्रा शुरु करने का फैसला किया है। यह यात्रा 2 महीने तक चलेगी, जिसमें शिवराज सिंह चौहान 230 विधानसभाओं को कवर करेंगे।