GST के बाद इस्तेमाल ही नहीं महंगा हुआ ATM मशीन लगाना भी
नई दिल्ली। वित्तमंत्री अरूण जेटली ने दावा किया है कि जीएसटी के बाद देश में महंगाई नहीं बढ़ेगी लेकिन जो चीजें आम इंसान से जुड़ी हुई हैं, वो तो महंगी हो गई है, जिससे फिलहाल तो मंत्री जी की बात पर भरोसा नहीं हो रहा है, लेकिन अभी उनकी बात को गलत ठहराना जल्दबाजी होगी।
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एटीएम से पैसे निकालना महंगा
यहां बात हो रही है एटीएम की, जो कि आज हर आम आदमी के जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है, जीएसटी के बाद से अब एटीएम से पैसे निकालना महंगा हो गया है।
28 फीसदी टैक्स स्लैब
आपको बता दें कि देश में वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) 30 जून की मध्यरात्रि से लागू हो गया है। इसमें ऑटोमैटिक टैलर मशीन (एटीएम) को 28 फीसदी टैक्स स्लैब में रखा गया है, ऐसे में एटीएम मशीन लगाना भी अब महंगा हो गया है।
जिसका सीधा असर छोटे बैंक पर
जिसका सीधा असर अब छोटे बैंक पर होगा, जिसके लिए अब आशंका जताई जा रही है कि वो अब एटीएम मशीन लगाने की गति को धीमा कर सकते हैं। जिससे कारोबारियों को परेशानी हो सकती है क्योंकि उद्योग से जुड़े लोगों को मानना है कि डिजिटल पेमेंट संबंधित हार्डवेयर को 18 फीसदी जीएसटी स्लैब में रखा गया है, उसी स्लैब में एटीएम मशीन को भी रखना था लेकिन वहां इसे ना रखने की वजह से हमारी परेशानी बढ़ गई है।
कॉन्फिड्रेशन फॉर एटीएम इंडस्ट्री (सीएटीएमआई)
इसलिए अब इस मुद्दे को कॉन्फिड्रेशन फॉर एटीएम इंडस्ट्री (सीएटीएमआई)वित्त मंत्रालय के सामने उठाएगी और मंत्रालय से कहेगी कि लागत अन्य पेमेंट टर्मिनल के अनुरूप कर दी जाए, नहीं तो टर्मिनल की कॉस्ट में सात से आठ फीसद तक की वृद्धि हो जाएगी।
एटीएम सेवाएं भी महंगी
वैसे केवल एटीएम मशीनों की कीमत ही नहीं बढ़ाई गई है बल्कि एटीएम सेवाएं भी महंगी हो गई हैं। जीएसटी से पहले इनकी दर 15 फीसदी थी जो अब 18 फीसदी हो गई है। यह सर्विसिंग चार्ज, एनुअल मेंटेनैंस कॉन्ट्रैक्ट्स पर लागू होंगी जिनकी कीमत बैंक उठाता है।
GST के कारण नहीं आएगी महंगाई लेकिन अब टैक्स चोर जरूर पकड़े जाएंगे: जेटली
पूरे देश में अब 'वन नेशन और वन टैक्स' की बात हो रही है। जहां भाजपा की ओर से देश की आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के मकसद से एक बहुत बड़ा दांव खेला गया है, वहीं दूसरी ओर विरोधीगण गला फाड़-फाड़ कर ये चिल्ला रहे हैं, इससे देश में महंगाई बढ़ेगी, जिनकी बोलती को बंद किया है, देश के वित्तमंत्री अरूण जेटली ने।