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जब पक्ष-विपक्ष को ठहाके लगाने के लिए मजबूर कर देते थे अटल बिहारी वाजपेयी

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नई दिल्‍ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की शख्सियत आधुनिक युक की राजनीति में वह पहले ऐसे नेता रहे जिनका सम्‍मान उनके पार्टी के नेता तो करते ही हैं साथ ही विपक्ष और बीजेपी के धुर विरोधी भी उन्‍हें मानते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी कुशल राजनेता के होने के साथ ही साथ एक कवि भी रहे हैं, यह बात तो सबको पता है, लेकिन उनका सेंस ऑफ ह्यूमर भी काफी कमाल का रहा। अक्‍सर सदन की कार्यवाही के दौरान इस बात का प्रमाण भी मिला। पढ़‍िए वाजपेयी के ऐसे कमेंट्स जिनसे आपको उनके मजाकिया स्‍वभाव की एक झलक तो मिलेगी ही साथ ही साथ यह भी पता लगेगा कि कैसे उन्‍होंने अपने चुटीले अंदाज से देश के बाकी नेताओं को यह सीख भी दी थी कि कैसे एक नेता को मौके की नजाकत समझकर राजनीतिक टिप्‍पणियां करनी चाहिए।

बेनजीर पर सवाल का जवाब

बेनजीर पर सवाल का जवाब

साल 1996 में हुए चुनावों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी और वाजपेयी का नाम देश के पीएम के तौर पर आगे किया गया। प्रेस कांफ्रेंस में एक जर्नलिस्‍ट ने उनसे तत्‍कालीन पाकिस्‍तान पीएम बेनजीर भुट्टो से जुड़ा सवाल किया जो इस तरह से था-'आज रात आप बेनजीर भुट्टो को क्‍या संदेश देना चाहेंगे?' इस पर वाजपेयी ने जो जवाब दिया उसकी अमेरिकी मीडिया तक ने तारीफ की। वाजपेयी ने कहा-'अगर मैं कल सुबह बेनजीर को कोई संदेश दूं तो क्‍या कोई नुकसान है?'

पासवान की कोशिश नाकाम

पासवान की कोशिश नाकाम

आज तक याद होगा पासवान को पासवान-'बीजेपी बहुत राम की बातें करती है, पर उनमें कोई राम नहीं है। मेरा तो नाम ही राम है।'
वाजपेयी-'पासवान जी, हराम में भी राम होता है।'

 विपक्ष पर तंज

विपक्ष पर तंज

पार्टी को लेकर विपक्ष ने साधा निशाना विपक्ष-'वाजपेयी तो बहुत अच्‍छे हैं पर पार्टी ठीक नहीं।'
वाजपेयी-'तो अच्‍छे वाजपेयी का आप क्‍या करने का इरादा रखते हैं।'

पाकिस्‍तान को करारा जवाब

पाकिस्‍तान को करारा जवाब

वाजपेयी ने दी नसीहत पाकिस्‍तान के साथ संबंधों पर, 'आप मित्र बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं।'

पाकिस्‍तान को जोर का झटका

पाकिस्‍तान को जोर का झटका

पाक को जोर का झटका 'पड़ोसी कहते हैं कि एक हाथ से ताली नहीं बजती, हमने कहा कि चुटकी तो बज सकती है।'

मैं दलदल में कमल खिलाता हूं

मैं दलदल में कमल खिलाता हूं

आडवाणी के साथ संबंधों पर बोले रजत शर्मा-'बीजेपी में एक वाजपेई का दल है, एक आडवाणी का दल है।'
वाजपेयी-'मैं कोई दलदल में नहीं हूं। मैं औरों के दलदल में अपना कमल खिलाता हूं।'

पाक पीएम को दो टूक

पाक पीएम को दो टूक

पीएम का मुंह बंद पाक पीएम-'कश्‍मीर के बिना पाकिस्‍तान अधूरा है।'
वाजपेयी-'पाकिस्‍तान के बिना भारत अधूरा है।'

 मैं तो बिहारी ही हूं

मैं तो बिहारी ही हूं

वाजपेयी ने अपने चुटीले अंदाज से बिहार के साथ भी नाता जोड़ा जब उन्‍होंने एक रैली में कहा-'मैं अटल हूं और मैं बिहारी भी हूं।'

जमीन को समतल करना पड़ेगा

जमीन को समतल करना पड़ेगा

'अब भजन-कीतर्न करने के लिए बैठना पड़ेगा और नुकीले पत्‍थर पर कोई बैठ नहीं सकता, जमीन को समतल करना पड़ेगा।'

English summary
Comments which prove former PM Atal Bihari Vajpayee has a great sense of humour.
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