सदन में जमकर गरजे वित्त मंत्री जेटली, कहा महंगाई कांग्रेस की देन
उन्हेांने गरजते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के कामों की वजह से रेलवे की हालत काफी खराब हो गई थी, रेलवे बोर्ड ने अंतरिम बजट से पहले सरकार से संपर्क साधा और किरायों में बढ़ोतरी की मांग की। जेटली का कहना है कि रेलवे 30 हजार करोड़ का घाटा हो रहा था, जिसकी भरपाई करना बेहद जरूरी था।
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जेटली ने सदन को यह भी बताया कि 16 मई को परिणाम आने के बाद तत्कालीन रेलमंत्री ने रेलवे बोर्ड से यह कह दिया कि अब यह आदेश वापस लिया जाता है और अब नई सरकार यह तय करेगी।
पेट्रोल और डीजल के दामों पर चर्चा करते हुए जेटली ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि भी कांग्रेस की देन है। उन्होंने कहा कि डीजल के दाम हर माह 50 पैसे बढ़ाने का नियम कांग्रेस पार्टी ने बनाया। चुनाव के दो माह पूर्व सरकार ने कंपनियों को यह नहीं करने दिया।
खाद्य मुद्दे पर बोलते हुए वित्तमंत्री जेटली ने कहा कि हर वर्ष इस दौरान कीमतें बढ़ती रही हैं। आलू-प्याज की कीमतों पर शोर हो रहा है, लेकिन इस बार सरकार ने कीमतें बढ़ने के साथ ही कार्रवाई की और कीमतें पिछले वर्ष तक जहां 70-100 रुपये तक पहुंची थी, वहीं इस बार 15-25 रुपये की बीच ही रहीं।
हालांकि उन्होंने नई सरकार के खर्च पर बयौरे देने के सवाल पर बजट तक इंतजार करने की अपील की। जेटली ने गरजते हुए कहा कि मूल्य वृदधि पुरानी सरकार की देन थी, हमारे खर्च और आंकलन बजट की नीतियों में नजर आएंगे।