धारा-370 हटने के बाद पहली बार सामने आए फारुक अब्दुल्ला, बोले मुझे हाउस अरेस्ट किया गया था
धारा-370 हटने के बाद पहली बार सामने आए फारुख अब्दुल्ला,
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पू्र्व सीएम फारुक अब्दुल्ला रविवार के बाद आज (मंगलवार) श्रीनगर में अपने घर के बाहर आए। घर के बाहर मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा कि जब उनको घर से बाहर आने नहीं दिया गया तो वो कैसे बाहर आते। 370 हटाए जाने पर गुस्से का इजहार करते हुए उन्होंने कहा कि जिस भारत पर मेरा विश्वास था ये वो भारत नहीं है। मेरा विश्वास लोकतांत्रिक भारत में था ना कि इस नए भारत में। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि फारूक अब्दुल्ला को ना तो नजरबंद किया गया और ना ही वो हिरासत में हैं। इस पर अब्दुल्ला ने कहा कि गृहमंत्री झूठे हैं। उन्होंने कहा, दरवाजे खुलेंगे तो लोग बाहर आएंगे, हम कोर्ट जाएंगे अपनी लड़ाई लड़ेंगे।
श्रीनगर में अपने घर के बाहर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार ने उनको नजरबंद किया, घर से बाहर नहीं जाने दिया गया। यहां तक कि अस्पताल भी नहीं जाने दिया गया। अब्दुल्ला ने कहा कि जब मैंने गृह मंत्री का बयान सुना कि मैं हिरासत में नहीं हूं, तो मैं बाहर आया। मैं देश से कहना चाहता हूं कि मुझे नजरबंद किया गया था। मैं घर से निकल नहीं सकता था, कहीं जा नहीं सकता था। वहीं अपने बेटे जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह हरिनिवास गेस्ट हाउस में हैं, कोई उनसे मिल नहीं सकता है। मंगलवार को लोकसभा में एनसीपी की सुप्रिया सुले ने फारुक अब्दुल्ला की गैरहाजिरी का मामला उठाया था। जिसके बाद गृहमंत्री ने कहा कि अब्दुल्ला हिरासत में नहीं हैं।
जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक सोमवार को राज्यसभा से पास हो चुका है। मंगलवार को इसे लोकसभा में पेश किया गया है। बिल में जम्मू कश्मीर से लद्दाख को अलग करने और दो अलग केंद्र शासित राज्य बनाने का प्रावधान है। इस बिल को लेकर भारत में भी दो तरह की राय है। एक बड़ा तबका इसे बेहतर कदम बता रहा है तो जम्मू कश्मीर (खासतौर से घाटी में प्रभाव रखने वाले) के नेता और देश की कई राजनीतिक पार्टियां भारी विरोध कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर के चार पूर्व सीएम, कई मौजूदा सांसद और ज्यादातर मेनस्ट्रीम पार्टियां इस बिल को विनाशकारी कह रही हैं। बीते दो दिन से राज्य के ज्यादातर बड़े नेता या तो पुलिस हिरासत में हैं या फिर उनको नजरबंद किया गया है।
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