सेना को राजनीति से दूर रखना चाहिए- जनरल बिपिन रावत
नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सेना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए, उन्होंने कहा कि आर्म्ड फोर्सेस व मिलिट्री को राजनीति से दूर रखना चाहिए और इनका राजनीतकरण करने से बचना चाहिए। सेना प्रमुख ने कहा कि पहले यह नियम था कि सेना में महिलाओं और राजनीति की कभी भी चर्चा नहीं की जाती थी, लेकिन समय के साथ यह धीरेृ-धीरे हो रहा है, जिसे हमे नजरअंदाज करना चाहिए। सेना प्रमुख ने कहा कि किसी भी तरह से सेना को राजनीति से दूर रखना चाहिए, हम अक्सर यह देखते हैं कि सेना का राजनीतिकरण किया जाता है, मुझे लगता है कि हम बेहद ही सेक्युलर माहौल में काम करते हैं, हमारे यहां बहुत ही जबरदस्त लोकतंत्र है, लिहाजा सेना को राजनीति से बिल्कुल दूर रखना चाहिए। जनरल बिपिन रावत ने यह बयान युनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में दिया। उन्होंने कहा कि जब कोई मुद्दा सेना या सेना के किसी सदस्य से जुड़े जहां राजनीतिक हस्तक्षेप हो, बेहतर है कि उसे नजरअंदाज किया जाए।
जनरल रावत ने कहा कि सेना उस वक्त बहुत ही जबरदस्त काम करती है जब वह देश के राजनीतिक मामलों में अपना हस्तक्षेप नहीं करती। मुंबई में फुटओवर ब्रिज बनाने का सेना को दिए जाने के जवाब में जनरल रावत ने कहा कि मुंबई के एल्फिंसटन रेलव स्टेशन मामले में लोगों की मदद को ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है, जैसे बाढ़ और भूकंप जैसी स्थिति में सेना काम करती है वैसे ही इस पुल के निर्माण को भी सेना लोगों को राहत देने के लिए काम कर रही है। वहीं शहीदों के बच्चों को पढ़ाई के लिए हर माह 10 हजार रुपए की मदद को रोके जाने के विवाद पर जनरल रावत ने कहा कि इस मुद्दे पर लेकर कुछ समझ का फेर हुआ था, जिसे रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सुलझाने का आश्वासन दिया है। सेना प्रमुख ने कहा कि युवाओं को कट्टरता के लिए उकसाया जा रहा है और इस मुद्दे पर भी हमने लगातार काम किया है।
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