अनिल देशमुख केस: संजीव पलांडे के वकील ने ED को कहा पिंजरे में बंद गौरेया, बाद में मांगी माफी
नई दिल्ली, 26 जून: मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के घर पर छापेमारी की। इस दौरान उसके हाथ कई अहम सबूत लगे, जिसके आधार पर देशमुख के निजी सचिव (पीएस) संजीव पलांडे और निजी सहायक (पीए) कुंदन शिंदे को भी गिरफ्तार किया गया। इसके बाद शनिवार को कोर्ट में पेशी के दौरान बचाव पक्ष और ईडी के वकील में जमकर बहस हुई। जिस पर जज ने भी सख्ती दिखाई, तब जाकर मामला शांत हुआ।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक ईडी ने दोनों आरोपियों को स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में पेश किया। इस सुनवाई के दौरान संजीव पलांडे के वकील ने ईडी को पिंजरे में बंद गौरेया कहा। उनके मुताबिक ईडी सिर्फ ट्वीट करती है, वो कोई काम नहीं करती। पहले उसे एक बेहतरीन एजेंसी माना जाता था, लेकिन अब वो लोकल पुलिस की तरह काम करने लगी है। इसका साफ उदाहरण शुक्रवार को देखने को मिला, जहां उनके क्लाइंट के घर छापा मारकर उन्हें पीएमएलए की धारा 50 का नोटिस थमा दिया गया। इसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने पूछा कि ये आखिर किस तरह की कार्रवाई है?
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इस टिप्पणी के बाद ईडी के वकील गोंजाल्विस भड़क गए। उन्होंने बचाव पक्ष के वकील को चेतावनी देते हुए उन्हें निजी कमेंट नहीं करने को कहा। इसके बाद जज ने भी आपत्ति जताई। जिस वजह से पलांडे के वकील बैकफुट पर आए और अपने बयान के लिए माफी मांगी। साथ ही कहा कि ये पूरी तरह से मुर्खों और सांडों की कहानी है। उनके क्लाइंट सहयोग नहीं कर रहे, सिर्फ ये आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। इसके लिए कोई ठोस कारण होना जरूरी है। अभी ईडी के पास ये दिखाने के लिए कोई भी सबूत नहीं है कि एंटीलिया केस में गिरफ्तार सचिन वाजे कुंदन शिंदे के सीधे संपर्क में थे।