एनडीए संयोजक बन सकते हैं अमित शाह, आडवाणी को छोड़ना पड़ सकता है संसद का अपना कमरा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को जल्दी ही नया संयोजक मिल सकता है। खबरों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह एनडीए संजोयक बन सकते हैं। आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, एनडीए संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी जल्दी ही इस पर फैसला ले सकते हैं। खास बात ये है कि ऐसा होता है तो ससंद में लालकृष्ण आडवाणी को जो कमरा मिला हुआ है, वो उन्हें खाली करना पड़ सकता है।
एनडीए संयोजक के लिए आवंटित कमरे में बैठते हैं आडवाणी
संसद भवन में भाजपा संसदीय दल के लिए ग्राउंड फ्लोर पर कमरे आवंटित हैं। इसमे एक बड़ा हॉल है, जिसमें पार्टी सांसद बैठते हैं। एक कमरा एनडीए संयोजक के लिए आवंटित है, इस कमरे में काफी समय से लालकृष्ण आडवाणी बैठते हैं। एक और कमरा राज्यसभा में भाजपा के उपनेता के लिए है, ये कमरा काफी छोटा है। अमित शाह अगर एनडीए संयोजक बनते हैं, तो इस पद के लिए आवंटित कमरे को लालकृष्ण आडवाणी को खाली करना पड़ सकता है। आडवाणी एनडीए या भाजपा में किसी पद पर नहीं है, उन्हें वरिष्ठता के आधार पर ही ये कमरा मिला हुआ है।
मोदी सरकार बनते ही हटाई गई थी आडवाणी की नेमप्लेट
2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद भी आडवाणी के कमरे के बाहर से उनकी नेम प्लेट हटाई गई थी। हालांकि आडवाणी ने इसको लेकर कोई विरोध नहीं किया था। फिर तीन दिन बाद उन्हें एनडीए संयोजक का कमरा दे दिया गया। तब से वो लगातार इसी में बैठ रहे हैं।
आडवाणी से मिलते हैं दूसरे दलों के भी नेता
लालकृष्ण आडवाणी लंबे समय से सांसद हैं। संसद सत्र के दौरान उनकी संसद में उपस्थिति काफी अच्छी है। सत्र के दौरान वो काफी समय संसद में बितात हैं, आडवाणी से ना सिर्फ भाजपा बल्कि दूसरे दलों के नेता भी आकर मिलते हैं। नए सांसद भी लगातार उनसे सदन के आदाब सीखने की गरज से आते हैं। ऐसे में उन्हें बड़ा कक्ष आवंटित किया गया है।
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