जानिए 'रॉबिनहुड आर्मी' के बारे में जो लड़ रही है भूख के खिलाफ जंग
Recommended Video
नई दिल्ली। कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में शुक्रवार को कर्मवीर नाम से एक खास एपिसोड टेलीकास्ट किया गया। इसमें हॉट सीट पर थीं बॉलीवुड की जानीमानी अदाकारा काजोल। इस खास एपिसोड की एक और खास बात ये थी कि इसमें काजोल के साथ रॉबिनहुड आर्मी के कमांडर नील घोष भी मौजूद थे। काजोल और नील ने मिलकर लाखों जीते। नील इस रकम को एक अन्य संस्था को डोनेट करेंगे। आप सोच रहे होंगे कि रॉबिनहुड आर्मी क्या है जिसे इतना खास कहा जा रहा है। तो आपको बता दें कि रॉबिनहुड आर्मी गरीब बच्चों को भोजन देने का काम करती है। विस्तार से जानिए रॉबिनहुड आर्मी के बारे में
लाखों जरूरतमंद लोगों को खाना मुहैया कराती है रॉबिनहुड आर्मी
भूख से देश मे रोज लोगों की मौत होती है। भूख की इस व्याकुलता से आहत होकर दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने मिलकर 'रॉबिनहुड आर्मी' की स्थापना कर दी। इस आर्मी ने उन भूखे बच्चों सहित लोगों तक खाना पहुंचाया, जो आर्थिक अभाव के कारण दो वक्त का खाना भी नहीं जुटा पाते हैं। 'रॉबिनहुड आर्मी' छात्रों द्वारा चलाई जा रही संस्था है। जिसकी स्थापना 2014 में दिल्ली विश्वविद्यालय के नील घोष, आनंद सिन्हा व उनके साथियों द्वारा की गई थी।
70 शहरों में और 12 देशों में काम करती है यह संस्था
रॉबिनहुड आर्मी' आज 70 शहरों में और 12 देशों में कार्यरत है। इस संगठन का मूल उद्देश्य खाद्य पदार्थ की बर्बादी और भूख की समस्या पर काम करना है। संस्था की एक टीम उत्तरी बाहरी दिल्ली के कई क्षेत्रों में बेसहारा लोगों तक खाना पहुंचाने का काम करती है। इसके साथ ही यह संस्था गरीब बच्चों को शिक्षा व कौशल प्रशिक्षण भी देती है।
इसे भी पढ़ें- मानव विकास सूचकांक में एक पायदान ऊपर चढ़ 130वें स्थान पर पहुंचा भारत
जो खाना हम रेस्टोरेंट और होटलों में छोड़ देतें हैं उसे यह जरूरतमंदों तक पहुंचाते हैं
संस्था लोगों तक खाना पहुंचाने के लिए रेस्टोरेंट, होटल, बड़े आयोजकों से संपर्क करती है और वहां से कॉल आने पर इनकी टीम उन जगहों पर जाकर कंटेनर में बचा खाना भरकर विभिन्न इलाकों के झुग्गियों व पुनर्वास कॉलोनियों में जाकर खाना बांटते हैं।
कैसे काम करती है यह आर्मी
रॉबिनहुड आर्मी से जुड़े युवा आपके और हमारे बीच के ही यूथ्स हैं, इन्हें रॉबिन्स कहा जाता है। ये रॉबिन्स शहर के बड़े होटल और रेस्टोरेंट से बचा हुआ खाना लेते हैं और ये खाना जरूरतमंदों तक पहुंचाते हैं। रॉबिन्स की फूड ड्राइव ज्यादातर संडे को रखी जाती है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंच सकें।