CAB पास होने के बाद पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी ने बेटी का नाम नागरिकता रखा
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल को राज्यसभा में तमाम चर्चा और विरोध के बीच पास कर दिया गया। इस बिल के पास होने के बाद दिल्ली में रहने वाले शरणार्थियों में खुशी की लहर है। दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रहने वाले पाकिस्तान से आए शरणार्थियों ने राज्यसभा में इस बिल के पास होने पर जबरदस्त खुशी जाहिर की है। यहां रहने वाली पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी महिला ने बिल के राज्यसभा में पास होने के बाद इसपर खुशी जाहिर करते हुए अपनी दो दिन की बेटी का नाम नागरिकता रखा है। इस बिल के राज्यसभा में पास होने पर उन्होंने कहा कि यह मेरी हार्दिक इच्छा थी कि संसद में नागरिकता संशोधन बिल 2019 पास हो और यह बिल संसद में पास हो गया।
बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा से बंपर वोटों के साथ मंजूरी दिलाने के बाद मोदी सरकार बिल को राज्यसभा में भी पास कराने में भी सफल रही। बुधवार को बिल के पक्ष में 125 वोट डाले गए। जबकि विपक्ष में 105 वोट डाले गए। नागरिकता संशोधन विधेयक बुधवार दोपहर 12 बजे राज्यसभा में इस बिल को गृह मंत्री अमित शाह ने पेश किया था। सदन में नागरिकता संशोधन विधेयक पर चर्चा हुई। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बिल को लेकर तीखी बहस हुई। अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। जहां उनके हस्ताक्षर के बाद ये विधेयक कानून की शक्ल ले लेगा।
इससे पहले नागरिकता संशोधन बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने का विपक्ष का प्रस्ताव गिरा। बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने के पक्ष में 98 वोट पड़े वहीं खिलाफ में 124 वोट डाले गए। सदन में 206 सदस्य मौजद रहे। बिल में संशोधन के लिए 14 प्रस्ताव दिए गए थे। डेरेक ओ ब्रायन का भी प्रस्ताव राज्यसभा में गिर गया। वहीं राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल वोटिंग के दौरान शिवसेना ने सदन से वॉकआउट कर दिया। बता दें कि इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रस्ताव है। इस बिल में इन तीनों देशों से आने वाले हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है।