औरंगाबाद के बाद महाराष्ट्र के इन दोनों शहरों के नाम बदलने की उठी मांग
नई दिल्ली-महाराष्ट्र (Maharashtra) के औरंगाबाद (Aurangabad) शहर का नाम संभाजीनगर (Sambhajinagar) करने को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस और शिवसेना के बीच का मतभेद दूर नहीं हुआ है, इस बीच इसी तरह की मांग राज्य के दो और शहरों पुणे (Pune) और अहमदनगर (Ahmednagar) के लिए भी शुरू हो गई है। गौरतलब है कि औरंगाबाद के नाम बदलने की शिवसेना (Shiv Sena) की मांग को उसकी अपनी सहयोगी कांग्रेस (Congress) पहले ही सिरे से खारिज कर चुकी है। लेकिन, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की पार्टी को अभी भी यकीन है कि वह किसी तरह से वहां होने वाले नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस को इसके लिए राजी कर लेगी। ऐसे में दो और शहरों के नाम बदले जाने की मांग ने इस मुद्दे को और भी दिलचस्प बना दिया है।
पुणे का नाम जीजानगर हो-संभाजी ब्रिगेड
महाराष्ट्र के एक मराठा संगठन संभाजी ब्रिगेड (Sambhaji Brigade) ने अपनी एक पुरानी मांग फिर से उठा दी है कि पुणे का ना बदलकर जीजानगर (Jijanagar) कर दिया जाए। दरअसल, छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) का माता का नाम जीजाबाई (Jijabai) था और अब उन्हीं के नाम पर पुणे का नाम करने की मांग की जा रही है। संभाजी ब्रिगेड के प्रशांत धूमल ने कहा है कि पुणे का नाम बदलने की मांग नई नहीं है। उनके मुताबिक, 'जब मुरार जगदेव (वीजापुर दरबार का एक योद्धा) ने पुणे को तबाह कर दिया था, तब जीजाउ (Jijabai) ही थीं, जिन्होंने शहर का पुनर्निमाण करवाया था। शिवनेरी से लेकर राजगढ़ तक पुणे परगना को जीजाबाई ने ही स्थापित किया था। इसलिए पिछे 25 वर्षों से हम इसकी मांग कर रहे हैं। हमने इसके लिए सरकार को कई खत लिखे हैं।'
अहमदाबाद का नाम अंबिकापुर हो-शिवसेना सांसद
एक तरफ शिवसेना (Shiv Sena) के लिए औरंगाबाद का नाम बदलने के लिए कांग्रेस को तैयार करना नाममुकिन लग रहा है तो दूसरी तरफ शिरडी (Shirdi) से उसके सांसद ने अहमदनगर (Ahmednagar) को अंबिंकापुर (Ambikapur) करने की मांग शुरू कर दी है। शिवसेना सांसद सदाशिव लोखंडे (Sadashiv Lokhande) ने अहमदनगर को अंबिकापुर करने की मांग की है। उन्होंने कहा है, 'मांग के मुताबिक औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर होना है। इसी आधार पर हम अहमदनगर का नाम अंबिकापुर करने की मांग करते हैं। महा विकास अघाड़ी गठबंधन (MVA alliance) की तीनों पार्टियां आपस में बैठें और इसपर एक फैसला करें।'
अंबिका माता के नाम पर नाम बदलने की मांग
अहमदनगर प्राचीन शहर भीनगर के पास है, जहां पर अहमद निजाम शाह 1490 में पहुंचा था। उसने बहमनी साम्राज्य से तोड़कर अहमदनगर में एक नया साम्राज्य स्थापित किया था, जिसे निजाम शाही वंश के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर एक प्रसिद्ध अंबिका माता का मंदिर है और उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम रखे जाने की मांग होती रही है। शिवसेना सांसद ने इसी आधार पर मांग उठाई है। बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति में औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग तीन दशकों से भी ज्यादा समय से हो रही है। इसके अलावा शिवसेना ओस्मानाबाद का भी नाम बदलने की मांग उठाती रही है।
निगम चुनाव में भाजपा जीती तो नाम बदलेंगे- पाटिल
उधर औरंगाबाद के मसले पर कांग्रेस और शिवसेना के बीच जारी खींचतान के बीच बीजेपी इस विवाद में कूद पड़ी है और ऐलान कर दिया है कि अगर औरंगाबाद नगर निगम चुनाव (Aurangabad Municipal Corporation) में वह जीतती है तो वह इसका नाम बदलकर संभाजीनगर कर देगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने कहा है कि 'हमारे लिए यह सिद्धांत और गर्व का विषय है। अगर हम जीतते हैं तो हम नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे देंगे।' उन्होंने शिवसेना पर यह कहकर हमला किया कि उसे इस मसले पर अपना स्टैंड साफ करना चाहिए।