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कठुआ की घटना बेहद शर्मनाक, आखिर हमारा समाज किस तरफ जा रहा है: रामनाथ कोविंद

देश में महिलाओं की भूमिका पर राष्ट्रपति ने कहा कि क्या हम ऐसे समाज का निर्माण कर रहे हैं जहां हमारी मां-बहनें और बेटियां संविधान में निहित न्याय, समानता, स्वतन्त्रता और बंधुता को सही अर्थों में अनुभव कर सकें

By Vikashraj Tiwari
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बुधवार को कठुआ गैंगरेप की घटना की निंदा करते हुए कहा कि आजादी के 70 साल बाद ऐसी घटना 'शर्मनाक' है। जम्मू के कटरा में श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी के छठवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने यह बात कही। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश के किसी-न-किसी कोने में कहीं-न-कहीं हमारे बच्चे जघन्य अपराधों का शिकार हो रहे हैं। हाल ही में एक मासूम बच्ची ऐसी बर्बरता और निर्मम हत्या का शिकार हुई है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। राष्ट्रपति ने कहा कि मैं समझता हूं कि दुनियां में सबसे खूबसूरत चीज है, मासूम बच्चों की मुस्कान। और समाज की सबसे बड़ी सफलता है, हमारे बच्चों का सुरक्षित होना। हर बच्चे को सुरक्षा देना और उसे सुरक्षित महसूस कराना किसी भी समाज की पहली ज़िम्मेदारी होती है।

कठुआ की घटना बेहद शर्मनाक, आखिर हमारा समाज कहा जा रहा है: रामनाथ कोविंद

देश में महिलाओं की भूमिका पर राष्ट्रपति ने कहा कि क्या हम ऐसे समाज का निर्माण कर रहे हैं जहां हमारी मां-बहनें और बेटियां संविधान में निहित न्याय, समानता, स्वतन्त्रता और बंधुता को सही अर्थों में अनुभव कर सकें? रामनाथ कोविंद ने कहा कि हम सभी की ये ज़िम्मेदारी है कि देश के किसी भी भाग में, किसी भी बेटी या बहन के साथ ऐसा न हो। मुझे विश्वास है कि हम में से प्रत्येक व्यक्ति इन बेटियों के प्रति अपनी इस सामाजिक जिम्मेदारी को जरूर निभाएगा।

रामनाथ कोविंद ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत की ओर से सबसे अधिक पदक एक बेटी ने ही हासिल किए हैं। दिल्ली की मनिका बत्रा ने दो स्वर्ण पदकों सहित कुल चार पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है। देश के कोने-कोने में अपने खेल को निखारने वाली बेटियों ने स्वर्ण पदक जीते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि मणिपुर से मैरी कोम, मीराबाई चानू, संजीता चानू; हरियाणा से मनु भाकर, विनेश फोगाट; तेलंगाना से साइना नेहवाल, कर्नाटक से अश्विनी पोनप्पा; महाराष्ट्र से तेजस्विनी सावंत; पंजाब से हीना सिद्धू; बिहार से श्रेयसी सिंह और उत्तर प्रदेश से पूनम यादव - स्वर्ण पदक जीतकर बेटियों ने हमें सम्मान दिलाया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जब बेटियों की बात करें तो मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती को कैसे भुलाया जा सकता है। अपने पिता मुफ़्ती साहब की सोच और विरासत को आगे बढ़ाते हुए और तमाम मुश्किलात के दौर से निकलते हुए इस कठिन और संवेदनशील प्रदेश को वे एक कुशल नेतृत्व दे रही हैं।

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English summary
After, 70 years of independence such an incident occurring in any part of the country is shameful President Kovind on Kathua case
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